इंदौर। प्रकृति का हर प्राणी अपने अंदाज में परम सत्ता की उपासना करता है। कोयल सुमधुर कंठ से 'कुहू-कुहू' के स्वर से ईश्वर को मनाती है तो भक्त भजन गाकर उस तक अपने मन की बात पहुंचाता है। कलाकार भी अपनी-अपनी शैली में परमेश्वर की पूजा करते हैं। इस तारतम्य में शहर के तीन कलाकारों विनीता जोशी, आशीष शर्मा और अंकित रघुवंशी ने भी अपनी कला के माध्यम से मां लक्ष्मी की अर्चना की है। अन्नपूर्णा मंदिर के वेद मंदिर परिसर में उन्होंने 14 बाय 18 फीट साइज की अनूठी रंगोली तैयार की है। जिसे बनाने में उन्हें करीब 26 घंटे लगे हैं।
पांच दिन निहार सकते हैं कलाप्रेमी और श्रद्धालु
रंगोली के बजाय एकबारगी किसी पेंटिंग का आभास कराने वाली कृति बनाने में 10 तरह के रंग इस्तेमाल किए गए हैं। हालांकि चित्र बनने के बाद उभरकर लाल, गुलाबी, सुनहरा, नीला, काला, भूरा और सिल्वर कलर ही आ रहे हैं। आर्टिस्ट विनीता के मुताबिक करीब 25 किलो रंगों का इस्तेमाल किया गया है। पांच दिनी दीपोत्सव के दौरान इसे कलाप्रेमी और श्रद्धालु निहार सकते हैं।
अंकित का दावा है कि हाइपर रियलस्टिक फॉर्म में ये शहर में अब तक बनाई गई सबसे बड़ी रंगोली है। आकार में यूं तो कई लोगों ने बड़ी-बड़ी रंगोली बनाने का दावा किया है, लेकिन हाइपर रियलिस्टिक फॉर्म में अब तक ऐसा प्रयास संभवतः नहीं हुआ है। कलाकारों द्वारा रंगोली से बनाई गई मां लक्ष्मी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग अन्नपूर्णा मंदिर पहुंचे। यहां पहली बार इतनी बड़ी रंगोली बनाई गई है।