इंदौर। 11 महीने पहले साढ़े चार साल की बच्ची का अपहरण कर ज्यादती और फिर हत्या करने वाले मुंहबोले मामा हनी उर्फ कक्कू अटवाल को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई, लेकिन बच्ची को खोने के बाद परिवार टूट चुका था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार हनी को सोमवार कोर्ट में पेश किया गया था, जहां उसे देखते ही वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने उसकी जमकर धुनाई कर दी। मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म और हत्या के बाद फरार हुए हनी को रतलाम जिले के जावरा में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जहां से उसे इंदौर लाया गया था। हनी की गिरफ्तारी पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया था। बच्ची को मारने वाला आरोपी हनी मल्हारगढ़ (मंदसौर) का रहने वाला है। वह घटना से पांच महीने पहले ही इंदौर आया था।
बच्ची के पिता ने उसे अपने घर में ही रख लिया था। वह बच्ची को भानजी मानता था। 25 अक्टूबर की सुबह वह शराब पीकर घर आ गया था। बच्ची के पिता ने उसे डांटकर भगा दिया था। इससे गुस्सा होकर वह शाम को बच्ची को अगवा कर ले गया था। पिता सुदामा नगर स्थित ट्यूशन सेंटर पर पहुंचे तो जवाब मिला कि मामा उसे ले गया। रात तक बच्ची घर नहीं आई तो गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई। दो दिन बाद शव मिला।
बच्ची के कपड़े, सैंडल, कॉपी, किताबें, गुड़िया, टॉवेल देखकर माता-पिता के आंसू निकल पड़ते थे। कुछ दिनों बाद बच्ची की मां फिर गर्भवती हुई। नौ महीने दंपती ने देवी-देवताओं के यहां माथा टेका। मन्नत मांगी कि घर में बेटी ही भेजना। हुआ भी वही। दंपती के गोद में फिर बेटी हुई। उसका नाम भी उन्होंने वही रखा।