जबलपुर। ग्वारीघाट रोड के हरे-भरे पेड़ काटने पर सोमवार को बावल मच गया। दरअसल दुर्गा समितियों के निकलने वाले जुलूस में पेड़ों को बाधक बताते हुए नगर निगम ने कंटगा तिराहे से भटौली कुंड तक ग्वारीघाट रोड के किनारे खड़े दर्जनों पेड़ों पर आरी चलवा दी।
सोमवार को पेड़ों का कत्ले-आम देख देख क्षेत्रीयजनों से रहा नहीं गया और उन्होंने विरोध करते हुए हंगामा कर दिया। क्योंकि दुर्गा प्रतिमाओं के जुलूस का हवाला देते सिर्फ पेड़ ही काटे जा रहे थे। नेताओं की शुभकामना संदेश देते बड़े-बड़े होर्डिंग्स छोड़े जा रहे थे। सड़क के ऊपर झूलते बिजली के तारों को भी व्यवस्थित नहीं किया जा रहा था।
आदर्शनगर ग्वारीघाट के पास सड़क से दूर लगे पेड़ों को बेदर्दी से कटता देख डॉ.शैली धोपे सहित क्षेत्रीय जनों ने विरोध कर दिया। ठेकेदार से पूछा तो पता चला नगर निगम के आदेश पर पेड़ काटे जा रहे हैं। ताकि दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन में पेड़ बाधा न बने।
तो नेताओं के होर्डिंग, प्लैक्स भी हटाओ
पेड़ों को कटता देख क्षेत्रीयजनों का गुस्सा इस कदर भड़क गया उन्होंने यह तक कह दिया कि जुलूस मार्ग में लगे नेताओं ने बड़े-बड़े होर्डिंस, बैनर भी बाधक बनेंगे। इन्हें क्यों नहीं हटाया जा रहा? कुछ ने सड़कों के गड्ढों को बाधक बताते हुए कहा कि यह भी तो बाधक हैं प्रशासन को यह नजर नहीं आ रहा। क्षेत्रीयजनों ने का यह भी कहना था कि एक तरफ जहां पर्यावरण संरक्षण के नाम पर पहाड़ी में बने मकानों को तोड़ा जा रहा है वहीं जुलुस के नाम पेड़ों को कत्लेआम कर जिला प्रशासन दोहरी नीति अपना रहा है।
अनिल मिश्रा, उद्यान अधिकारी नगर निगम का बयान
जिला प्रशासन के आदेश थे कि जुलूस मार्ग में बाधा बने पेड़ों की छंटाई की जाए। पेड़ों को काटा नहीं गया है सिर्फ छंटाई की गई है।