जबलपुर। इंदौर में 18 अक्टूबर को इन्वेस्टर्स समिट 'मेग्निफिसेंट मध्यप्रदेश' का आयोजन होगा। इस समिट में देश-विदेश के कई बड़े निवेशक आएंगे, जिन्हें सरकार द्वारा प्रदेश में उद्योग स्थापना व विस्तार के संबंध में विभिन्न योजनाओं की जानकारी देकर निवेश करने तैयार किया जाएगा। समिट से जबलपुर में बड़ा निवेश आने की उम्मीद है। जबलपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स ने शनिवार को यह बात कही।
चैंबर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हिमांशु खरे ने बताया कि इंदौर समिट से जबलपुर सहित महाकोशल क्षेत्र को अनेकों अपेक्षाएं हैं। यह क्षेत्र संभावनाओं व संसाधनों से भरपूर है। इंदौर समिट में निवेश को विभिन्न सेक्टरों में बांटा गया है। निवेशकों को आकर्षित करने अलग-अलग सेक्टरों में रियायतें दी जा रहीं हैं। निवेशकों की जरूरत के अनुसार सरकार निवेश नीति बनाएगी। प्रदेश सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है। जबलपुर में 2008 व 2012 में इन्वेस्टर्स समिट में जारी करारनामों से कोई खास लाभ नहीं हुआ, लेकिन अब मेग्निफिसेंट मप्र से जबलपुर व महाकोशल क्षेत्र को बहुत अपेक्षाएं हैं।
बिजली, पानी, जमीन उपलब्ध
महाकोशल क्षेत्र में औद्योगिक विकास की अनंत संभावनाएं हैं। यहां पर पर्याप्त मात्रा में बिजली, पानी, जमीन और श्रम उपलब्ध है।
खाद्य व कृषि प्रसंस्करण
मप्र तिलहन व दालों के उत्पादन में देश में अग्रणी है। प्रदेश शासन खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश पर डेढ़ गुना अधिक रियायतें दे रहा है। मेग्निफिसेंट एमपी में निवेशक इस सेक्टर में निवेश करने जबलपुर को उपयुक्त स्थान पाकर चुन सकते हैं।
पर्यटन उद्योग की संभावना
जिला व महाकोशल क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता प्राचीन विरासत व वन्य क्षेत्रों को लेकर देश में प्रमुख स्थान रखता है। पर्यटन निवेश नीति के तहत जबलपुर में निवेश की संभावनाएं हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी
जबलपुर में 6 विश्वविद्यालय और अनेक अनुसंधान केंद्र होने से शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी है। मेग्निफिसेंट एमपी में देश-विदेश के प्रमुख शिक्षण संस्थान जबलपुर में अपना कैंपस खोल सकते हैं।
लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अहम् स्थान
देश का केंद्र बिंदु जबलपुर लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में अहम् स्थान रखता है। जबलपुर में इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक्स पार्क के साथ-साथ थोक मार्केट व ट्रांसपोर्ट नगर की परिकल्पना में निवेश की संभावनाएं हैं।