ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्याल के प्रोफेसरों ने सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए जेयू यूनिवर्सिटी टीचर्स व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था। इस ग्रुप में जेयू के हर विभाग का प्रोफेसर जुड़े थे। इस ग्रुप में एक प्रोफेसर की गलती से हड़कंप मचा रहा।
लाइब्रेरी के एक प्रोफेसर ने जेयू यूनिवर्सिटी टीचर्स नाम से संचालित वाट्सअप ग्रुप में चार अश्लील वीडियो पोस्ट कर दिए। वीडियो को देखने के बाद प्रोफेसरों ने ग्रुप एडमिन को फोन कर इसे तत्काल डिलीट करने के लिए कहा। एडमिन ने पहले कुलपति, महिला प्रोफेसरों को रिमूव किया। इसके बाद धीरे-धीरे सभी प्रोफेसरों को रिमूव कर ग्रुप को ही डिलीट कर दिया। अश्लील वीडियो पोस्ट करने वाले प्रोफेसर ने मोबाइल में वायरस व तकनीकी खराबी का हवाला दिया।
अपने विभाग की सूचनाएं इस ग्रुप के माध्यम से एक दूसरे के पास भेजते थे, लेकिन मंगलवार को शाम 5:06 बजे लाइब्रेरी के एक प्रोफेसर ने एक बाद एक चार अश्लील वीडियो पोस्ट कर दिए। यह वीडियो उस वक्त आए, जब अधिकतर प्रोफेसर अपना व्हाट्सएप चेक कर रहे थे। वीडियो पोस्ट करने वाले प्रोफेसर को भी इसकी सूचना दी तो उन्होंने ग्रुप से वीडियो डिलीट किए। तब तक काफी देर हो चुकी थी।
मुझे तो अश्लील वीडियो पोस्ट करने की सूचना दूसरे प्रोफेसरों ने दी और ग्रुप डिलीट करने के लिए कहा। जेयू यूनिवर्सिटी टीचर्स ग्रुप को डिलीट कर दिया है। इसमें सभी प्रोफेसर जुड़े थे।
शांतिदेव सिसौदिया, पीआरओ व ग्रुप एडमिन