मुंबई। पीएम नरेंद्र मोदी और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लोगों की मुलाकात भले ही दिल्ली में हुई हो परंतु उसकी धमक मुंबई यानी बालीवुड में सुनाई दे रही है। आमिर खान हो या शाहरुख खान, एकता कपूर या कंगना राणावत इस मीटिंग में सबके अपने ऐजेंडे थे और मीटिंग खत्म होते ही वो सामने भी आने लगे हैं।
गांधी तो बस बहाना था
नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को फिल्म उद्योग के कुछ चुनिंदा लोगों से मुलाकात की और उनसे गांधी और गांधीवाद पर फिल्म बनाने की अपील की। इस अवसर पर बॉलीबुड के प्रमुख सितारे मौजूद थे। इनमें प्रमुख रूप से शाहरुख खान, आमिर खान, कंगना रनौत, जैकलीन फर्नांडीज, इम्तियाज अली, एकता कपूर, अनुराग बसु, बोनी कपूर और हाल ही में भाजपा नेता बने एक्टर सनी देओल शामिल थे। फिल्म उद्योग को आमंत्रित करने का आधिकारिक मकसद महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर गांधी और गांधीवाद पर फिल्म बनाने के लिए प्रेरित करना था लेकिन बताने की जरूरत नहीं कि गांधी तो बस बहाना था। जरा सोचिए, एकता कपूर, कंगना, जैकलीन और बोनी कपूर का गांधी से कोई रिश्ता हो सकता है। यदि ये लोग महात्मा गांधी के सपने में आ जाएं तो गांधी प्रतिमा का चश्मा टूट जाए। उनके लिए यह पीएम मोदी से गेट टुगेदर का ईवेंट था। बाहर निकलकर जिस तरह से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की हस्तियों ने प्रतिक्रियाएं दीं वो काफी कुछ बयां कर रहीं हैं।
बाहर निकलते ही ऐजेंडा ओपन हो गया
इस ईवेंट के खत्म होते ही सबका ऐजेंडा ओपन हो गया। सबके सोशल मीडिया अकाउंट्स बता रहे हैं कि वो क्या करने गए थे और आगे क्या करने वाले हैं। वैसे पीएमओ ने भी जिस तत्परता से इस ईवेंट के वीडियो और फोटो रिलीज किए, संदेह किया जा सकता है कि बॉलीवुड के नाम पर फायदा उठाने की रणनीति तो वहां भी बनी थी।