भोपाल। रेमेडियल क्लास के तहत 9वीं और 10वीं के छात्र-छात्राओं का हर महीने टेस्ट होगा। टेस्ट में कम नंबर आने या अच्छे से जवाब नहीं देने वाले छात्र-छात्राओं को दोबारा उसी टॉपिक को पढ़ाना होगा। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने गणित, हिंदी, विज्ञान, अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान का मॉड्यूल तैयार किया है।
5 अक्टूबर से 31 जनवरी तक
इतना ही नहीं कहीं किसी तरह की चूक न हो इसके लिए निरीक्षणकर्ता उत्तरपुस्तिकाओं की जांच भी करेंगे। रेमेडियल क्लास 5 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 31 जनवरी तक आयोजित की जाएंगी। छह माही परीक्षा का पाठ्यक्रम शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार ही होगा। रेमेडियल क्लास को प्रभावी बनाने के लिए सभी प्राचार्य जवाबदेही होंगे। उन्हे छात्रों और शिक्षकों से लगातार संपर्क में रहना होगा, ताकि उनकी समस्याओं को चिह्नित किया जा सके।
शिक्षकों का प्रशिक्षण 15 अक्टूबर तक
इसके लिए जिला स्तरीय टीम स्कूलों में औचक निरीक्षण भी करेंगे। क्लास के लिए विषयवार शिक्षकों का प्रशिक्षण 15 अक्टूबर तक कराना होगा। एक से अधिक क्लास होने पर ई और डी ग्रेड के छात्रों के अलग सेक्शन बनाना होंगे, ताकि छात्र-छात्राओं के अनुसार उन्हें पढ़ाया जा सके।