भोपाल। मध्य प्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में एक और खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव 2019 के समय कुछ नेताओं के प्राइवेट वीडियो की नीलामी करने की कोशिश की गई थी। मजेदार बात यह है कि गैंग ने ना केवल विरोधी दल के नेताओं से संपर्क किया बल्कि उसी दल में नेता के विरोधी से भी संपर्क किया। यानी गुटबाजी का फायदा उठाने की कोशिश की। एक डील 6 करोड तक पहुंची भी परंतु गैंग ने 30 करोड की मांग की थी इसलिए टूट गई।
सत्ता परिवर्तन के कारण कांग्रेस मेें पेठ बनाना चाहतीं थीं
हनी ट्रैप के आरोप में पकड़ी गईं महिलाओं में से 2 ने लोकसभा चुनाव के दौरान कई बड़े नेताओं के युवतियों के साथ अंतरंग संबंध वाले वीडियो 30 करोड़ रुपये में बेचने की कोशिश की थी। इस मामले में लेन-देन को लेकर कुछ नेताओं से इन महिलाओं की कई दौर की बातचीत भी हुई थी। सूत्रों का कहना है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बदलने पर इन महिलाओं का नई सरकार में दखल कम हो चला था, लिहाजा इन महिलाओं ने सरकार से जुड़े दल कांग्रेस के कई नेताओं और दूसरी ओर विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं से संपर्क बनाए रखा था।
नेताओं से व्यक्तिगत तौर पर भी आरोपियों ने किए थे संपर्क
इन महिलाओं ने दोनों दलों के कई नेताओं के वीडियो होने का दावा करते हुए मनचाही रकम मांगी, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्होंने नेताओं से व्यक्तिगत संपर्क किया। भोपाल के एक नेता का वीडियो भी इन महिलाओं ने बनाया था और उस वीडियो के आधार पर बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही दलों के नेताओं से उसका सौदा करना चाहा था।
6 करोड़ रुपये देने को तैयार थे नेता: सूत्र
सूत्र बताते हैं कि एक राजनीतिक दल के नेता कई वीडियो 6 करोड़ रुपये में खरीदने को राजी भी हो गए, मगर महिलाएं और उनके करीबी लोग 30 करोड़ रुपये से कम पर वीडियो बेचने को तैयार नहीं हुए। सूत्रों का कहना है कि इन महिलाओं को इस बात का गुमान था कि राजनीतिक दलों से जुड़े लोग उनके वीडियो मनचाही कीमत में खरीद लेंगे, क्योंकि इनके जरिए दूसरे दल के नेताओं की छवि को प्रभावित किया जा सकता था लेकिन मांगी गई रकम बहुत ज्यादा होने के कारण कोई भी लेने के लिए राजी नहीं हुआ।
चुनाव बाद से ही थे रेडार पर
राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों की बात पर भरोसा करें तो चुनाव के दौरान इन महिलाओं का वीडियो का सौदा नहीं हो पाया। उसके बाद इन महिलाओं ने सीधे संबंधित नेताओं से संपर्क बनाकर छोट-मोटी रकम ऐंठी। वहीं चुनाव के बाद पुलिस विभाग और सरकार के लेागों ने इन पर नजर रखना शुरू कर दिया, क्योंकि इन महिलाओं के पास कई बड़े लोगों के वीडियो होने की बात सामने आ चुकी थी।
कई नेताओं, अफसरों के युवतियों के साथ बनाए अश्लील विडियो
नगर निगम के इंजिनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस अबतक 5 महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले की जांच के लिए एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया जा चुका है। एसआईटी के सूत्रों का कहना है कि पकड़ी गई महिलाओं के मोबाइल, लैपटॉप और पेन ड्राइव से बड़ी संख्या में वीडियो क्लिपिंग मिली हैं। एसआईटी को क्लिपिंग की 4000 से ज्यादा फाइलें हाथ लगी हैं और कई तस्वीरें व ऑडियो क्लिपिंग भी बरामद हुई हैं। आरोपी महिलाओं ने पूछताछ में कई नेताओं और अफसरों के नामों का भी खुलासा किया है। एसआईटी फिलहाल कुछ भी बताने से बच रही है।