नई दिल्ली। कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अगले ज्योतिरादित्य सिंधिया को मनाने के लिए सोनिया गांधी उनका नाम उस कमेटी में शामिल किया है जिसमें केवल 17 नेता है और जो कांग्रेस की दिशा और दशा तय करेंगे। सोनिया गांधी ने अपने भरोसेमंद 17 नेताओं को शामिल करते हुए 'थिंक टैंक' बनाया है। मध्य प्रदेश से सिर्फ ज्योतिरादित्य सिंधिया को इसमें शामिल किया गया है। कमलनाथ की आवश्यकता ही नहीं है जबकि दिग्विजय सिंह का नाम भी नहीं है ताकि ज्योतिरादित्य सिंधिया को स्पेशल फील हो। इस समूह की पहली बैठक सोनिया गांधी के घर पर 25 अक्टूबर की सुबह बुलाई गई है।
मंदी से लेकर राम मंदिर तक चर्चा
कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक काफी समय से इसकी जरूरत जताई जा रही थी। महत्वपूर्ण विषयों पर पार्टी का रुख तय करने के लिए एक विशेष कमिटी बनाई गई है। उन्होंने बताया कि कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी है। मसलन आगामी संसद सत्र में सरकार नागरिकता संशोधन बिल ला सकती है, सरकार सरकारी कम्पनियों का विनिवेश कर रही है, मंदी का माहौल है, अयोध्या विवाद का फैसला आने वाला है। इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होनी है। पार्टी के एक वरिष्ठ सूत्र ने ये भी बताया कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर यानी एनआरसी के मुद्दे पर पूर्वोत्तर के कांग्रेस नेताओं की एक कमिटी अलग से बनाई गई है। एनआरसी कमिटी की बैठक 25 अक्टूबर की शाम होगी।
दिल्ली रही 17 नेताओं की लिस्ट
जहां तक नए थिंक टैंक समूह की बात है तो इसमें वरिष्ठ नेताओं को प्राथमिकता दी गई है साथ ही युवा नेताओं को इसमें शामिल किया गया है। अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस समूह में सोनिया गांधी के अलावा राहुल गांधी, मनमोहन सिंह, अहमद पटेल, केसी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा, जयराम रमेश, अंबिका सोनी, अधीर रंजन, ज्योतिरादित्य सिंधिया, रणदीप सुरजेवाला, सुष्मिता देव, राजीव सातव हैं। जाहिर है जहां वरिष्ठ नेताओं को सोनिया गांधी के करीबी हैं वहीं युवा नेता राहुल गांधी की टीम से हैं। दिलचस्प ये है कि इस महत्वपूर्ण समूह में प्रियंका गांधी का नाम नहीं है।