भोपाल। झाबुआ विधानसभा उप चुनाव जीतकर आए कांतिलाल भूरिया इन दिनों कांग्रेस के हीरो की तरह नजर आ रहे हैं। वो धूमधाम के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय आए, स्वागत कराया और सीएम कमलनाथ से मिलने गए। सबकुछ ऐसे हुआ जैसे झाबुआ की जंग कांग्रेस की सबसे मुश्किल जंग थी। इस बीच कांतिलाल ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश अध्यक्ष पद में उनकी कोई रुचि नहीं है। डिप्टी सीएम से कम पर कोई समझौता नहीं होगा।
भूरिया ने कहा कि अगर-मगर क्या होता है
जीत के बाद विधायक कांतिलाल भूरिया प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। उन्होंने यहां प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में शामिल होने के सवाल पर कहा कि फिलहाल तो पीसीसी चीफ की कुर्सी भरी है, सीएम कमलनाथ प्रदेशाध्यक्ष हैं। उनके नेतृत्व में ही पार्टी ने झाबुआ का उप चुनाव रिकॉर्ड मतों से जीता है। भूरिया ने कहा कि अगर-मगर क्या होता है, वैसे भी पार्टी में पीसीसी चीफ के बारे में फैसला आलाकमान को लेना है, इसलिए मैं क्या कहूं। भूरिया ने राजीव गांधी सभागार में कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की।
कमलनाथ की आदिवासी राजनीति
भूरिया ने मंत्रालय में सीएम कमलनाथ से मुलाकात की। नाथ ने उन्हें उप चुनाव में जीत पर बधाई दी। चिकित्सा शिक्षा एवं संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल (हनी), गृह मंत्री बाला बच्चन, पूर्व मंत्री चंद्रप्रभाश शेखर व पूर्व विधायक जेवियर मेड़ा भी उपस्थित थे।