भोपाल। मुख्यमंत्री कमलनाथ पर दबाव बनाने के लिए चाचौड़ा के विधायक लक्ष्मण सिंह अपने ही भाई पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दरवाजे पर 200 समर्थकों के साथ धरना देने बैठ गए। हालांकि यह धरना सीएम हाउस पर दिया जाना चाहिए परंतु लक्ष्मण सिंह अपने भाई के निवास पर बैठे हुए हैं उनकी मांग है कि उनकी विधानसभा चाचौड़ा को जिला बनाया जाए जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री कमलनाथ जुलाई में ही कर चुके हैं। बता दें कि दिग्विजय सिंह नहीं इस बार लक्ष्मण सिंह को कांग्रेस से टिकट दिला कर चाचौड़ा से विधायक बनवाया है, वह मंत्री पद के दावेदार भी थे परंतु दिग्विजय सिंह ने अपने पुत्र जयवर्धन सिंह को मंत्री पद दिया।
लक्ष्मण सिंह अपने निर्वाचन क्षेत्र चाचौड़ा को ज़िला बनाने की मांग कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने ट्वीट किया और मंगलवार को वो धरना देकर बैठ गए। लक्ष्मण सिंह का कहना है सीएम कमलनाथ जुलाई में ही चाचौड़ा को ज़िला बनाने का ऐलान कर चुके हैं। अब वो सिर्फ तारीख़ का ऐलान करने की मांग कर रहे हैं। जब तक तारीख का ऐलान नहीं होगा वो धरने पर बैठे रहेंगे।
लक्ष्मण सिंह का सवाल
लक्ष्मण सिंह ने इशारों-इशारों में दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा चाचौड़ा ने दिग्विजय सिंह को सब कुछ दिया बावजूद इसके वो आठ साल से वहां नहीं गए हैं। उन लोगों का पता लगाया जाना चाहिए जो दिग्विजय सिंह और चाचौड़ा की जनता के बीच दरार पैदा कर रहे हैं।
भाई से नहीं मिला भाई
जिस वक्त लक्ष्मण सिंह अपने भाई के बंगले पर धरना दे रहे थे उसी दौरान दिग्विजय सिंह बंगले पर पहुंचे लेकिन उन्होंने लक्ष्मण सिंह से न तो मुलाकात की न ही कोई बात की। दिग्विजय सिंह ने इतना ज़रूर कहा कि ये लक्ष्मण सिंह का घर है और वो यहां आ सकते हैं। चाचौड़ा को ज़िला बनाने की मांग वाले सवाल का दिग्विजय सिंह ने कोई जवाब नहीं दिया।
लक्ष्मण सिंह और उनकी बेबाकी
ऐसा पहली बार नहीं है जब लक्ष्मण सिंह के कदम ने अपनों के ही लिए मुश्किल पैदा कर दी हो। इससे पहले कर्ज़माफी को लेकर दिए उनके बयान पर भी बवाल मच चुका है। लक्ष्मण सिंह ने कहा था कि मध्य प्रदेश में किसानों की कर्ज़माफी नहीं हुई है और राहुल गांधी को इस पर किसानों से माफी मांग लेना चाहिए।