सीधी। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर से ऐसा बयान दिया है जो कमलनाथ सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी द्वारा पटवारियों को रिश्वत खोर कहने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ी था कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पटवारियों के रेट लिस्ट भी बता दिया है।
दिग्विजय सिंह का बयान देते ही हड़ताल शुरू हो गई
बुधवार को इंदौर में दिग्विजय सिंह ने कहा कि पटवारी नामांतरण और बंटवारे के नाम पर इंदौर में तीन से पांच लाख रुपए की रिश्वत ले रहे हैं। ये परंपरा खत्म होना चाहिए। दिग्विजय के बयान के बाद से पटवारी भड़क गए हैं। अब पटवारियों का कहना है कि मंत्री पटवारी के साथ अब पूर्व मुख्यमंत्री सिंह माफी नहीं मांगते तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
क्या कहा था जीतू पटवारी ने
मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी शनिवार को 'आपकी सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत अपनी विधानसभा क्षेत्र के लोगों से मुलाकात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा सरकारी तंत्र को कटघरे में खड़ा कर दिया था। इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव के सामने मंत्री जीतू पटवारी ने कहा था- आपके 100 फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं, यह सच है। बता दें कि पटवारी राऊ विधानसभा के रंगवासा में कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। वहां कई लोगों ने मंत्री जीतू पटवारी से शिकायत कि जिसके बाद पटवारी ने राजस्व विभाग को कटघरे में खड़ा करते हुए रिश्वतखोर करार दिया था।
माफी से नहीं रूकेगा करप्शन
जीतू पटवारी ने कहा था कि मेरे माफी मांगने से यदि करप्शन कम हो जाता है तो एक बार नहीं सौ बार माफी मांगने को तैयार हूं। मैं मंत्री हूं और कलेक्टर को निर्देशित करना मेरा दायित्व है, मेरा धर्म है।
हड़ताल पर पटवारी
जीतू पटवारी और दिग्विजय सिंह के बयान के बाद से मध्यप्रदेश के पटवारी हड़ताल हैं। वहीं, पटवारियों की हड़ताल पर प्रदेश सरकार के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा- पटवारी जनता और सरकार के बीच की सबसे अहम कड़ी होती है। लोगों की समस्या को देखते हुए पटवारियों को अपनी हड़ताल वापस लेनी चाहिए।