इंदौर। SAGAR INTERNATIONAL COLLEGE DHAR की मान्यता को लेकर हुई शिकायत के बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने जांच शुरू कर दी है। समिति के निर्देश पर गोपनीय विभाग ने कॉलेज का बीएएलएलबी द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम अभी जारी नहीं किया है। इसके चलते विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ने लगी है। अधिकारियों के अनुसार बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) की मान्यता संबंधित पत्र फर्जी बताया जा रहा है। समिति की जांच पूरी नहीं हुई है।
मामला धार स्थित सागर इंटरनेशनल कॉलेज का है। अधिकारी की मानें तो बीसीआई की मान्यता से पहले उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज को अनुमति दी। इसके आधार पर विश्वविद्यालय ने परीक्षा करवाई। आधा सत्र होने के बाद कॉलेज ने बीसीआई की मान्यता संबंधित पत्र विश्वविद्यालय में प्रस्तुत किया। इसके बाद फर्जी मान्यता का मामला सामने आया। मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जांच समिति बनाई, जिन्होंने बीते दिनों कॉलेज का निरीक्षण किया। साथ ही कॉलेज के दस्तावेज भी जांच के दायरे में लिए गए।
जांच का जिम्मा विश्वविद्यालय के महाविद्यालय विकास परिषद के निदेशक (डीसीडीसी) को सौंपा है। जांच अधूरी होने से विश्वविद्यालय ने कॉलेज के बीएएलएलबी द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम रोक दिया है। इसके चलते सैकड़ों छात्रों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। डीसीडीसी डॉ. सुमंत कटियाल ने बताया कि शिकायत में कॉलेज की मान्यता का पत्र फर्जी बताया था। इस पर तीन सदस्यीय समिति जांच कर रही है। इसकी रिपोर्ट कुलपति के समक्ष रखी जाएगी। हालांकि बीसीआई को भी पत्र लिखकर मान्यता संबंधित जानकारी बुलवाएंगे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. अशेष तिवारी ने बताया कि कॉलेज की मान्यता संबंधित विवाद होने से बीएएलएलबी द्वितीय सेमेस्टर का परिणाम रोका गया है। कुलपति के निर्देश के बाद परिणाम पर फैसला लिया जाएगा।