जबलपुर। विजय नगर थाना क्षेत्र स्थित मुस्कान प्लाजा (Muskan Plaza) के ए ब्लॉक के फ्लैट नम्बर 214 में सेक्स रैकेट (Sex racket) चलाने वालों से पूछताछ में पता चला है कि वे दिल्ली से सेक्स वर्कर मँगाकर होटलों में सप्लाई करते हैं। इस मामले में पुलिस उन होटलों का पता लगा रही है, जिनसे युवतियों को बुलाया जाता था। देह व्यापार के अड्डे में शामिल लोगों की अभी छानबीन चल ही रही थी कि देह व्यापार का अड्डा चलाने वाला एक और सरगना अभय पटेल पुलिस के हाथों लग गया।
स्टेट बैंक कॉलोनी उखरी रोड पर रहने वाला अभय पटेल (Abhay Patel) पिछले एक साल से जिस्मफरोशी (Prostitution) का धंधा करवा रहा था। उसे विजय नगर पुलिस ने माढ़ोताल इलाके से पकड़ा है। वह भी दिल्ली से ही कॉल गर्ल (Call girl) बुलाता था। उसने रिया नाम की एक युवती को दिल्ली से बुलाया था लेकिन मुस्कान प्लाजा के सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हो जाने के कारण रिया वापस दिल्ली लौट गई। रिमांड पर लिये गए इम्तियाज से जानकारी ली जा रही है कि वह सेक्स रैकेट के लिए युवतियों को कहाँ से मँगवाता था। अभी तक उसने केवल एक स्थानीय युवती का ही जिक्र किया है, जिसकी मौत हो चुकी है। उसके अलावा वह बाहर से ही सेक्स वर्कर मँगाता था जिसके कारण उस पर लोग शक कम करते थे। उसने अभी तक उन होटलों के नाम नहीं बताये हैं जिनमें वह युवतियों की सप्लाई करता था।
स्टेट बैंक कॉलोनी उखरी रोड पर रहने वाला अभय पटेल (Abhay Patel) पिछले एक साल से जिस्मफरोशी (Prostitution) का धंधा करवा रहा था। उसे विजय नगर पुलिस ने माढ़ोताल इलाके से पकड़ा है। वह भी दिल्ली से ही कॉल गर्ल (Call girl) बुलाता था। उसने रिया नाम की एक युवती को दिल्ली से बुलाया था लेकिन मुस्कान प्लाजा के सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हो जाने के कारण रिया वापस दिल्ली लौट गई। रिमांड पर लिये गए इम्तियाज से जानकारी ली जा रही है कि वह सेक्स रैकेट के लिए युवतियों को कहाँ से मँगवाता था। अभी तक उसने केवल एक स्थानीय युवती का ही जिक्र किया है, जिसकी मौत हो चुकी है। उसके अलावा वह बाहर से ही सेक्स वर्कर मँगाता था जिसके कारण उस पर लोग शक कम करते थे। उसने अभी तक उन होटलों के नाम नहीं बताये हैं जिनमें वह युवतियों की सप्लाई करता था।
साइबर क्राइम विंग ने सेक्स रैकेट में पकड़े गए आरोपियों के मोबाइलों की जाँच शुरू कर दी है। इन मोबाइलों से उन लोगों का पता लगाया जा रहा है जिनके सम्पर्क में यह रैकेट चल रहा था। इसके अलावा कौन-कौन लोग यहाँ ग्राहक बनकर आते थे उनका भी पता लगाया जा रहा है। इम्तियाज का पुलिस ने दो दिन का रिमांड माँगा था लेकिन कोर्ट ने एक दिन का ही रिमांड दिया है।
पुलिस ने जो पंटर भेजा था उससे एक हजार रुपये में सौदा तय हुआ था। उसने बताया कि इस अड्डे का रेट 5 सौ से लेकर एक हजार रुपये तक था। युवतियों को साथ में बाहर ले जाने का रेट दो हजार रुपये फिक्स किया गया था। होटल ले जाने का रेट एक हजार रुपये तय किया गया था।
इम्तियाज ने राहुल शर्मा एवं उसकी पत्नी ने नेहा शर्मा के नाम पर फर्जी आईडी बना रखी थी। उसने फ्लैट मालिक को राहुल शर्मा बनकर ही फर्जी आईडी पेश की थी। यह फर्जी आईडी उसने कहाँ बनवाई थी उसका पता लगाया जा रहा है। इम्तियाज की पत्नी का कहना है कि उन्होंने खुद ही यह फर्जी आईडी फोटो कॉपी के जरिये बना ली थी।