भोपाल। राज्य के तहसीलदार और नायब तहसीलदार आज से तीन दिन का सामूहिक अवकाश लेकर सांकेतिक हड़ताल पर चले गए हैं। ये निर्णय मप्र राजस्व अधिकारी संघ ने लिया है। उनका कहना है कि प्रदेश में तहसीलदार और नायब तहसीलदारों के खाली पदों को भरा नहीं हा जा रहा है। इसके विरोध में अवकाश पर जाने का फैसला किया है। पहले पटवारी और अब तहसीलदारों की हड़ताल से राजस्व राजस्व से जुड़े कामकाज ठप हो जाएंगे।
प्रदेश में खाली पदों लंबे समय से भरा नहीं जा रहा है। तहसीलदार के 350 पद खाली हैं, उन्हें भरा नहीं गया और मौजूदा अधिकारी, कर्मचारियों को अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया। साथ ही संसाधनों की कमी भी है, इसके बावजूद राजस्व विभाग में ऑनलाइन आवेदनों का निराकरण समय-सीमा में करने की बाध्यता है। संघ ने चेतावनी दी है कि 13 अक्टूबर की शाम तक मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो 14 से सामूहिक हड़ताल पर जाएंगे।
काम के बोझ से मानसिक तनाव में हैं तहसीलदार
मप्र राजस्व अधिकारी संघ के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ठाकुर का कहना है कि प्रदेश में 1000 तहसीलदार, नायब तहसीलदार हैं। वहीं, तहसीलदारों के 350 से अधिक पद खाली हैं। ये पद नायब तहसीलदारों को पदोन्न्ति देकर भरे जाने हैं। इनका काम मौजूदा 350 तहसीलदारों को करना पड़ रहा है। इस कारण इतने तहसीलदारों पर काम का अतिरिक्त बोझ हो रहा है। इससे वे मानसिक तनाव में है।