मंदसौर। विश्व हिंदू परिषद के विभाग संगठन मंत्री, एडवोकेट और एसआरएम केबल नेटवर्क के संचालक युवराज सिंह चौहान की बुधवार सुबह हुई सनसनीखेज हत्या के मामले में पुलिस ने उसके व्यवसायिक प्रतिस्पर्धी दीपक तंवर को नामजद कर लिया है। इसके अलावा पुलिस अधिकारी अनाधिकृत रूप से यह भी कह रहे हैं कि युवराज सिंह का माफिया डॉन सुधाकर राव मराठा से भी संबंध था। हत्या का एक एंगल यह भी हो सकता है।
पुलिस ने कही ये बात
पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि युवराज सिंह चौहान और हत्याकांड के मुख्य षड्यंत्रकारी दीपक तंवर के बीच व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा चल रही थी। केबल नेटवर्क के व्यवसाय को लेकर अभी तक मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की है, लेकिन दीपक तंवर को मुख्य आरोपी बनाया है। इसके अलावा युवराज सिंह की रेकी करने के आरोप में अनिल दरिंग, हत्याकांड में गोली मारने के आरोप में अंकित तंवर, नागेश उर्फ लाला और फैजान को नामजद किया है। फिलहाल किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
माफिया डॉन सुधाकर राव मराठा से घरेलू संबंध थे
युवराज सिंह हत्याकांड को इंदौर के संदीप तेल हत्याकांड से भी जोड़ा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का अनाधिकृत बयान है कि मृतक विहिप नेता युवराज सिंह के माफिया डॉन सुधाकर राव मराठा से बहुत घरेलू और व्यावसायिक तालुकात थे। सुधाकर के कई काम वह देख रहे थे, जिसें प्रॉपर्टी के अलावा दूसरे कारोबार भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि संदीप तेल हत्याकांड के आरोपी रोहित सेठी (एसआर केबल का मालिक) और माफिया डॉन सुधाकर राव मराठा की मुलाकात युवराज सिंह ने ही करवाई थी। तब से युवराज सिंह भी टारगेट पर चल रहे थे और वह फरार भी रहे। जबकि युवराज हत्याकांड का मुख्य षड्यंत्रकारी दीपक तंवर कई दिनों से मुंबई और इंदौर के कुछ लोगों के संपर्क में था और घटना के बाद से फरार है।
पुलिस ने 30 से अधिक लोगों से की पूछताछ
विश्व हिंदू परिषद के नेता युवराज सिंह चौहान की हत्या के बाद में पुलिस ने 30 से 35 लोगों से पूछताछ की है। जबकि अभी भी कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने यह भी बताया कि घटना का जो दूसरा पहलू है वह भी पुलिस देख रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी जब होगी तो उसमें सारे पहलुओं पर निष्पक्ष तरीके से जांच की जाएगी।
करणी सेना एवं भाजपा ने ज्ञापन सौंपे
विश्व हिन्दू परिषद के नेता और एडवोकेट, एसआरएम केबल नेटवर्क के संचालक युवराज सिंह चौहान की हत्या के बाद सियासत भी गरमा गई है। राजपूत करणी सेना ने ज्ञापन पुलिस अधीक्षक को देकर मामले में निष्पक्ष जांच के साथ आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव कर एक ज्ञापन दिया जिसमें मांग की गई कि मामले की एसआईटी द्वारा जांच की जाए।
भाजपा नेता बैरिकेट तोड़कर एसपी कार्यालय परिसर में घुस गए
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर की अगुवाई में पार्टी के कार्यकर्ता और स्थानीय विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया, जिला अध्यक्ष राजेंद्र सुराणा सहित कई भाजपा कार्यकर्ता एसपी कार्यालय पहुंचे और बैरिकेट तोड़कर एसपी कार्यालय परिसर में घुस गए। पुलिस अधीक्षक हितेश चौधरी ने बताया कि ज्ञापन प्राप्त हुए हैं, इस मामले में पूरी तरह से निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।