नई दिल्ली। प्याज के निर्यात पर अचानक प्रतिबंध लगा दिए जाने से बांग्लादेश नाराज हो गया है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि यदि भारत समय रहते हमें इसकी सूचना दे देता तो हम किसी और से प्याज खरीद लेते।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने हिंदी में कहा ताकि स्पष्ट संदेश जाए
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शुक्रवार को भारत-बांग्लादेश बिजनेस फोरम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत द्वारा प्याज के निर्यात पर रोक लगाए जाने के बाद बांग्लादेश में कुछ दिक्कतें बढ़ गई हैं। मैंने खुद अपने खानसामा को खाने में प्याज का इस्तेमाल नहीं करने के लिए कहा है। हसीना ने कहा, ‘‘प्याज से थोड़ी दिक्कत हो गई हमारे लिए। मुझे मालूम नहीं क्यों आपने प्याज भेजना बंद कर दिया। थोड़ा सा नोटिस अगर देते तो दूसरी जगह से ला सकते थे। मैंने कुक को बोल दिया अब से खाने में प्याज डालना बंद कर दो। आगे से अगर किसी भी तरह से ऐसा कुछ करना है, तो हमें थोड़ा पहले बता देना।’’ शेख हसीना से यह बात हिंदी में सुनकर वहां मौजूद लोग भी हैरान रह गए।
भारत ने अचानक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस मामले पर कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि प्याज पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने जो चिंताएं जाहिर की हैं, उनका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है। दरअसल, 29 सितंबर को वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने हर तरह के प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी। इसके बाद प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए सरकार ने राज्य सरकार को प्याज के भंडारण को लेकर सख्त निर्देश जारी किए। सरकार ने कहा कि इसके अंतर्गत खुदरा व्यापारियों के लिए प्याज स्टॉक करने की सीमा 100 क्विंटल और थोक व्यापारियों के लिए प्याज स्टॉक करने की सीमा 500 क्विंटल की जाए।