हरपालपुर/छतरपुर। शिव आवासिया हॉस्टल की पानी की टंकी में कक्षा 3 के 9 वर्षीय छात्र कपिल प्रजापति की लाश मिली है। हॉस्टल संचालक का कहना है कि छात्र कपिल प्रजापति हादसे का शिकार हुआ है। हॉस्टल संचालक हॉस्टल बंद करके भाग गया है। हॉस्पिटल में भर्ती अन्य छात्रों को भी हॉस्टल से बाहर कर दिया गया है। हालात या बनेगी शहर की सभी हॉस्टल खाली हो गए है।
घटना की यह कहानी बताई गई
नगर के शिव आवासीय हॉस्टल में गुरुवार की रात 8 बजे हॉस्टल में कक्षा 3 में पढ़ने वाला छात्र कपिल प्रजापति उम्र 9 वर्ष शौच करने के लिए हॉस्टल की छत के ऊपर बनी पानी की टंकी से पानी भरने के लिए गया था लेकिन पानी निकालते समय कपिल प्रजापति पानी की टंकी में ही गिर गया। इसकी जानकारी किसी को नहीं लगी। जब रात के समय छात्रों की गिनती हुयी तो उसमे कपिल प्रजापति नहीं मिला। कपिल प्रजापति की तलाशी के दौरान करीब 1 घंटे बाद वह पानी की टंकी में छटपटाता हुआ मिला।
हॉस्टल संचालक ने सारी रात मामला छुपाए रखा
विद्यालय के ही स्टाफ ने उसे निकालकर डॉक्टरों के पास इलाज के लिए ले गए लेकिन कपिल की हालत गंभीर होने के कारण उसे सीधे नौगाँव के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए जहां पर डॉक्टरों ने कपिल को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है की हॉस्टल संचालको ने रात के समय हादसे की कोई जानकारी नहीं दी गई और न ही किसी प्रकार की सूचना परिजनों तक पहुंचाई गई। माँ बाप का आरोप है की मेरा गांव सरसेड हरपालपुर से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर पड़ता है और मेरे बेटे की रात के समय ही मौत हो गयी थी लेकिन हॉस्टल संचालक ने किसी भी प्रकार की जानकारी हमे नहीं दी गई।
सुबह 5:00 बजे सूचना दी, हॉस्टल खाली मिला, बोर्ड तक उतार दिया था
शुक्रवार की सुबह 5 बजे फ़ोन से सूचना दी गयी की आपका बच्चा रात के समय पानी की टंकी गिर गया था और उसकी हालात सही नही है आप लोग नौगांव आ जाओ। सुबह जब परिजन हॉस्टल पहुंचे तो हॉस्टल में ताला और हॉस्टल में पढ़ने वाले सभी बच्चे हॉस्टल से गायब मिले। हॉस्टल के संचालक ने अपने हॉस्टल की पहचान छुपाने के लिए अपने बाेर्ड को रात को हटा दिया था और दीवाल में लिखे हॉस्टल के नाम को सफ़ेद पेंट से पुतवा दिया गया था। हॉस्टल संचालक रात को बच्चे की जानकारी परिजनों को न देकर रातभर अपने बचाव में हॉस्टल की पहचान छुपाने के लिए लगे रहे और हॉस्टल संचालक आरएसएस का सक्रिय कार्यकर्ता है।
शहर के सभी हॉस्टल बंद, छात्रों को घर भेज दिया गया
इस घटना के बाद नगर के सभी हॉस्टल संचालकों ने बैनर हटाने के साथ ही बच्चों के अभिभावकों को कुछ दिनों की छुट्टी बताते हुए उनकों अपने घर भेज दिया है। जिन छात्रों के परिजन किसी कारण से नहीं आ पाए। उन छात्रों को हॉस्टल की चार दिवारी में बंदकर रखा गया है। छात्र की मौत के बाद से नगर के अवैध छात्रावासों में हड़कंप की स्थिति बनी हुयी है।