जबलपुर। शहर के इंदिरा नगर में अगस्त 2019 में जिस 35 वर्षीय युवक की मौत का कारण एक्सीडेंट बताया गया था, दरअसल उसकी हत्या की गई थी। वारदात के 80 दिन बाद इसका खुलासा हुआ। रांझी पुलिस ने शनिवार को आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले में हत्या, लाश छिपाने, हत्या की साजिश रचने का मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी रांझी नीरज वर्मा ने बताया कि 20 अगस्त को इंदिरा नगर दुर्गा मंदिर के पास रहने वाले अशोक दाहिया के घर उसका मित्र उर्दुआ कलां पनागर निवासी सज्जन पटेल और चचेरा भाई लल्ला उर्फ सुमेर दाहिया गए थे। तीनों ने एक साथ शराब पी। सज्जन ने और शराब पीने के लिए कहा तो अशोक चला गया। इस दैरान सज्जन ने अशोक की पत्नी को आपत्तिजनक इशारे किए। अशोक शराब लेकर लौटा तो लल्ला ने उसे यह जानकारी दी।
सज्जन ने अशोक से समूह लोन दिलाने के लिए कहा। निवास स्थान उर्दुआ होने की बात कहकर उसने लोन दिलने से मना कर दिया। इस पर उनमें विवाद हुआ। सज्जन नाराज होकर चला गया। अशोक और लल्ला सज्जन को मनाने उसके घर गए। घर की गली में में उनमें विवाद हुआ। नाराज अशोक ने उसे सडक़ पर पटक दिया। सिर पर चोट आने से सज्जन बेहोश हो गया।
पुलिस से बचने के लिए अशोक और लल्ला सज्जन को ऑटो से उसके गांव उर्दुआ ले गए। घर से कुछ दूर पहले उतारकर भाग गए। सज्जन के परिजन और ग्रामीणों ने अशोक व लल्ला पर हत्या का आरोप लगाया था। इस पर दोनों ने बताया कि एक्सीडेंट में सज्जन को चोट आई थी। कोमा की हालत में सज्जन की 21 अगस्त को मौत हो गई। पुलिस ने शनिवार को अशोक व लल्ला को गिरफ्तार कर प्रकरण में हत्या सहित अन्य धाराएं बढ़ाई हैं।