भोपाल। मध्यप्रदेश में भी प्याज के भाव में तेजी देखी जा रही है। हालांकि यहां सरकार ने प्याज की स्टॉक की लिमिट फिक्स कर दी है, इसलिए कार्रवाई के डर से जमा कर थोड़ी-थोड़ी प्याज मंडियों में निकाल रहे हैं। सनसनीखेज खबरों के कारण पॉश इलाकों में प्याज के दाम सबसे ज्यादा बढ़ते नजर आ रहे हैं। प्रदेश की पॉश कॉलोनियों में हाथ ठेला एवं सब्जी की दुकानों पर प्याज ₹80 प्रति किलो के भाव से बिक रही है, जबकि मंडियों में यही प्याज ₹35 किलो के भाव से मिल रही है।
राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि राज्य सरकार प्याज की कीमतों को काबू में रखने के प्रयास करेगी। कांग्रेस के विधायक तोमर ने ग्वालियर से बातचीत में पीटीआईभाषा से कहा कि इसबारे में उन्होंने प्रमुख सचिव से गुरुवार को बैठक की थी। शासन प्याज का खुदरा भाव को फिलहाल 55-60 रुपये के दायरे में रखने का प्रयास कर रहा है। ग्वालियर में प्याज का भाव करीब करीब इसी स्तर पर है।’’ मंत्री ने बताया कि प्याज की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिये प्रदेश सरकार ने प्याज के थोक एवं खुदरा व्यापारियों पर भंडारण सीमा की पाबंदी पहले ही तय है। सरकार द्वारा लोगों को उचित मूल्य पर प्याज की बिक्री किये जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो सरकार सभी जरुरी कदम उठायेगी। इस संबंध में अधिकारियों से बैठक के बाद कोई निर्णय लिया जायेगा।
नये भोपाल के पांच नंबर बाजार में फल और सब्जी विक्रेता हेमंत आडवानी ने बताया कि भोपाल में गुणवत्ता के आधार पर प्याज ऊंचे दामों पर 70 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच बिक रही है क्योंकि प्याज की आवक कम हो रही है। करोंद थोक मंडी के व्यापारी ओंकार साहू ने बताया कि हर साल नंवबर माह में नये प्याज की फसल बाजार में आ जाती है, लेकिन इस दफा भारी वर्षा के कारण फसल खराब होने अथवा देर से फसल आने के कारण प्याज के दामों में अब तक तेजी बनी हुयी है। उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले माह की तुलना में इस महिने प्याज के भाव में कमी आयी है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘महंगाई पर नियंत्रण रखना सरकार की ज़िम्मेदारी है। सब्जियों के बढ़े हुए दामों की मार जनता पर पड़ रही है, सरकार आँखें मूंदकर सो रही है। मैं पूछना चाहता हूँ कि आसमान छूती कीमतों पर लगाम लगाने व 'बिचौलियों' से जनता-किसान को बचाने हेतु कमलनाथ सरकार क्या कदम उठा रही है।’’ प्याज के दामों को नियंत्रण में रखने के लिये प्रदेश सरकार ने गत माह व्यापारियों के लिये इसके स्टॉक की सीमा तय करने का आदेश जारी किया है। इसके तहत थोक व्यापारी और कमीशन एजेंट अधिकतम 500 क्विंटल और खुदरा व्यापारी अधिकतम 100 क्विंटल प्याज का स्टॉक रख सकते हैं। यह आदेश 30 नवंबर तक प्रभावी रहेगा।