भोपाल। मध्यप्रदेश में बदहाल शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए कमलनाथ सरकार नई कवायद करने जा रही है। वो एजुकेशन कैबिनेट का आयोजन करने जा रही है जिसमें सिर्फ शिक्षा में सुधार के उपाय और सुझावों पर चर्चा की जाएगी। सीएम के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग इसकी तैयारी कर चुका है।
सीएम कमलनाथ ने स्कूल शिक्षा विभाग के लिए अलग एजुकेशन कैबिनेट कराने का फैसला किया है। शिक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर एक ही दिन में एक ही जगह पर बड़े फैसले हो सकेंगे। स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी का कहना है, मध्यप्रदेश में शिक्षा के गिरते स्तर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा के बाद अब मप्र में जल्द एजुकेशन कैबिनेट कराने का खाका तैयार किया है। इसमें शिक्षा के स्तर में बड़े बदलाव के लिए योजनाएं तैयार होंगी। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को जरूरी प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा है।
प्रजेंटेशन की तैयारी
स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी का कहना है एजुकेशन कैबिनेट के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी है। शिक्षा में सुधार के सुझाव और प्रजेंटेंशन की तैयारी कर ली गयी है। सीएम कमलनाथ की चिंता के बाद बदलाव के सारे जरूरी कदम उठाएं जाएंगे। ताकि आने वाले सालों में मध्यप्रदेश में शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो सके। शिक्षा को इतना बेहतर बनाया जाए कि मप्र का शिक्षा मॉडल दूसरे जगहों पर लागू किया जाए। कई निर्णय़ लिए जा चुके हैं,और भी कई निर्णय लिए जाएंगे। शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए शिक्षकों की परीक्षा ली गई है। परीक्षा के बाद अब सेवानिवृत्ति की कार्रवाई भी की जाएंगी।
स्टीम कॉन्क्वेलव
मध्य प्रदेश में स्टीम कॉन्क्वेलव पहली बार हुई है। जल्द ही मप्र में स्टीम पद्धति स्कूल शिक्षा विभाग में लागू होगी। जिसके साइंस के साथ आर्ट्स को भी शामिल किया जाएगा।