भोपाल। शिवनगर फेस-3 में नौवीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जान देने के लिए रात में जब वह बिस्तर से उठा तो पिता की नींद खुल गई। सवाल करने पर बोला- पापा, बाथरूम से अभी लौटता हूं। दूसरे कमरे में जाकर उसने सीलिंग फैन खोलकर नीचे रखा और उसके कुंदे में दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। परिवार भी छात्र के इस कदम से हैरान है। भाई का कहना है कि उसे कोई परेशानी नहीं थी, न जाने क्यों उसने जान दे दी?
शिव नगर फेस-3 निवासी 16 वर्षीय अमित चौरसिया (Amit Chaurasia) एक निजी स्कूल में कक्षा नौवीं का छात्र था। पिता राजू चौरसिया सब्जी व्यापारी हैं। रोज की तरह खाने के बाद रात में पूरा परिवार सो गया। एएसआई एसके द्विवेदी के मुताबिक रात करीब सवा 12 बजे अमित बिस्तर से उठा तो पिता ने सवाल किया। अमित बोला- पापा, अभी बाथरूम से आता हूं। आधे घंटे तक जब वह नहीं लौटा तो पिता बाथरूम तक गए। अमित को यहां न देखकर वह दूसरे कमरे में गए। दरवाजा भीतर से बंद था। सीढ़ी लगाकर झांका तो अमित फंदे पर लटका था। परिवार की मदद से दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा, लेकिन अमित की सांसें थम चुकी थीं। मौके पर पहुंची छोला मंदिर पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है।
बड़े भाई राहुल चौरसिया ने बताया कि अमित न पढ़ाई में कमजोर था और न ही उसे कोई परेशानी थी। बीती 4 नवंबर को उसका 16वां जन्मदिन था। मैंने उसे एक की-पैड फोन गिफ्ट किया था। फोन मिलने के बाद से वह बहुत खुश भी था। न जाने क्यों उसने फांसी लगा ली? एएसआई द्विवेदी ने बताया कि परिजन अमित की खुदकुशी की ठोस वजह नहीं बता पाए हैं। बातचीत में केवल इतना सामने आया है कि वह बेहद गुस्सैल स्वभाव का था।