भोपाल। कमला नगर पुलिस ने पर्यटन विकास निगम के क्लर्क सूर्यप्रकाश रघुवंशी (Suryaprakash Raghuvanshi) को देशी पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया है। उसका इलाके के बदमाशों के साथ उठना-बैठना भी था। टीआई विजय सिंह सिसोदिया के मुताबिक रघुवंशी नेहरू नगर डी-सेक्टर में रहता है। इन दिनों महेश्वर में पदस्थ है। करीब 15 दिन पहले वह छुट्टी पर भोपाल आया था। पुलिस ने मंगलवार रात करीब साढ़े आठ बजे नेहरू नगर स्थित पान की गुमठी के पास से उसे पकड़ा था। तलाशी के दौरान उसके पास देशी पिस्टल मिली।
9वीं के छात्र अमित चौरसिया की आत्महत्या एक रहस्य
भोपाल। शिवनगर फेस-3 में नौवीं कक्षा के छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। जान देने के लिए रात में जब वह बिस्तर से उठा तो पिता की नींद खुल गई। सवाल करने पर बोला- पापा, बाथरूम से अभी लौटता हूं। दूसरे कमरे में जाकर उसने सीलिंग फैन खोलकर नीचे रखा और उसके कुंदे में दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। परिवार भी छात्र के इस कदम से हैरान है। भाई का कहना है कि उसे कोई परेशानी नहीं थी, न जाने क्यों उसने जान दे दी?
शिव नगर फेस-3 निवासी 16 वर्षीय अमित चौरसिया एक निजी स्कूल में कक्षा नौवीं का छात्र था। पिता राजू चौरसिया सब्जी व्यापारी हैं। रोज की तरह खाने के बाद रात में पूरा परिवार सो गया। एएसआई एसके द्विवेदी के मुताबिक रात करीब सवा 12 बजे अमित बिस्तर से उठा तो पिता ने सवाल किया।
अमित बोला- पापा, अभी बाथरूम से आता हूं। आधे घंटे तक जब वह नहीं लौटा तो पिता बाथरूम तक गए। अमित को यहां न देखकर वह दूसरे कमरे में गए। दरवाजा भीतर से बंद था। सीढ़ी लगाकर झांका तो अमित फंदे पर लटका था। परिवार की मदद से दरवाजा तोड़कर उसे नीचे उतारा, लेकिन अमित की सांसें थम चुकी थीं। मौके पर पहुंची छोला मंदिर पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला है।
कोई तकलीफ थी ही नहीं,
बड़े भाई राहुल चौरसिया ने बताया कि अमित न पढ़ाई में कमजोर था और न ही उसे कोई परेशानी थी। बीती 4 नवंबर को उसका 16वां जन्मदिन था। मैंने उसे एक की-पैड फोन गिफ्ट किया था। फोन मिलने के बाद से वह बहुत खुश भी था। न जाने क्यों उसने फांसी लगा ली? एएसआई द्विवेदी ने बताया कि परिजन अमित की खुदकुशी की ठोस वजह नहीं बता पाए हैं। बातचीत में केवल इतना सामने आया है कि वह बेहद गुस्सैल स्वभाव का था।