होशंगाबाद नयागांव के महुआ पेड़ को चमत्कारी बताने वाले के खिलाफ हो सकती है कार्यवाही
नयागांव पुलिस और प्रशासन उस व्यक्ति की तलाश कर रही है जिसने सबसे पहले यह अफवाह फैलाई कि महुआ के पेड़ को छूकर या उससे लिपट कर उसकी बीमारी ठीक हो गई थी। बताया जा रहा है कि रूपसिंह नाम का एक व्यक्ति जिसने सबसे पहले यह दावा किया था कि उसकी बीमारी इस कथित चमत्कारी महुआ के पेड़ से निपटने के बाद ठीक हो गई थी, अब पुलिस और प्रशासन उसकी तलाश में जुटा हुआ है।
सतपुड़ा टाइगर रिज़र्व के SDO लोकेश निरापुरे का कहना है कि रूपसिंह को तलाशने के बाद उसका मेडिकल चेकअप कराया जाएगा यह पता लगाया जाएगा कि उसे कौन सी बीमारियां थी और वह क्या वाकई इस पेड़ से निपटने के बाद या इसे छूने के बाद ठीक हो गया था, अगर रूपसिंह का यह दावा गलत पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी और उसे जेल भी हो सकती है फिलहाल उस व्यक्ति का कोई पता नहीं चल पाया है।
सोशल मीडिया के माध्यम से पहले इस अंधविश्वास की वजह से उस क्षेत्र में हजारों लोग जाने-आने लगे हैं वहां पर एक मेला सा सज गया है लेकिन अभी तक यह साबित नहीं हो पाया है कि क्या वाकई लोग इस पेड़ को छूने से ठीक हो रहे हैं।
"कुछ लोगों का कहना है कोई फायदा नहीं हुआ"
जहां कुछ लोग यह बता रहे हैं कि उन्हें इस पेड़ को छूने के बाद फायदा हुआ है वहीं उससे कई गुना ज्यादा तादाद उन लोगों की है जो यह कह रहे हैं कि सारा कि सारा मामला अंधविश्वास का है यह गलत अफवाह फैलाई गई है लोगों को इससे बचना चाहिए। फिलहाल ये कहना मुश्किल है कि सच क्या है? इस महुआ के पेड़ को छूकर लोग ठीक हो रहे हो या ना हो रहे हो लेकिन इसकी वजह से स्थानीय प्रशासन की मुश्किलें जरूर बढ़ गई है साथ ही यह उस क्षेत्र में पड़ता है जोकि टाइगर रिजर्व है यह एक प्रतिबंधित क्षेत्र है यहां पर लोगों की आवाजाही मना है।ये ख़बर भी पढ़ें