भोपाल। जालसाजों को सिमकार्ड मुहैया कराने वाले बीएसएनएल के कार्यालय अधीक्षक (Office Superintendent of BSNL) और एजेंट को राज्य सायबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन पर पर्यावरण सलाहकार के नेटबैंकिंग अकाउंट से 16.34 लाख रुपए निकाल लेने वाले गिरोह को बगैर तस्दीक किए सिमकार्ड मुहैया कराने का आरोप है। इस मामले में पुलिस पांच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
ये हाईटेक जालसाजी सलैया निवासी 50 वर्षीय मुकेश कावरे के साथ बीती नौ अप्रैल को हुई थी। टीआई लोकपाल सिंह भदौरिया के मुताबिक तकनीकी जांच के बाद ठग गिरोह के सदस्य अनुराग प्रकाश सालवेकर, विनोद मिश्रा, अनिल तुलसीराम जोशी, मातादीन सिकरवार और संजय प्रकाश उपाध्याय (Anurag Prakash Salvekar, Vinod Mishra, Anil Tulsiram Joshi, Matadin Sikarwar and Sanjay Prakash Upadhyay) को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से एक जालसाज ने सरगना के कहने पर सीहोर स्थित बीएसएनएल दफ्तर जाकर पर्यावरण सलाहकार का नेटबैंकिंग से रजिस्टर्ड सिमकार्ड ब्लॉक करवाया और फर्जी आधार कार्ड लगाकर नया सिम कार्ड इशू करवा लिया।
इसमें कार्यालय अधीक्षक पीएस पराते (PS Parathe) की लापरवाही पाई गई। शिर्डीपुरम, कोलार रोड निवासी पराते ने आधार कार्ड की तस्दीक किए बगैर नया सिमकार्ड इशू कर दिया। ये सिमकार्ड एजेंट मोहम्मद फरीद अंसारी (Mohammad Farid Ansari) द्वारा दिया गया था। इस आधार पर पुलिस ने फरीद को भी गिरफ्तार किया है।