भोपाल। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ शहर में 6 माह से वेतन के लिए भटक रहे एक कर्मचारी ने ना केवल आत्मदाह की कोशिश की बल्कि भाजपा विधायक राकेश गिरी, उनकी पत्नी एवं नगर पालिका अध्यक्ष लक्ष्मी गिरी एवं सीएमओ हरिहर गंधर्व को भी जलाने की कोशिश की। आवेदन निवेदन से त्रस्त हो चुके कर्मचारी दें आक्रोश में आकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने कर्मचारी रामप्रसाद बिलगैया को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या हुआ घटनाक्रम
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में नगर पालिका की बैठक दौरान नगर पालिका में पूर्व में पदस्थ रहे कर्मचारी रामप्रसाद बिलगैया ने बैठक में अचानक पेट्रोल की कुप्पी सहित पहुंचकर न केवल अपने ऊपर पेट्रोल छिड़का बल्कि बैठक में उपस्थित भाजपा विधायक राकेश गिरि, नपा अध्यक्ष लक्ष्मी गिरि, सीएमओ हरिहर गंधर्व सहित पार्षदों पर भी पेट्रोल फेंका। इसके बाद कर्मचारी आत्मदाह करने वाला था लेकिन विधायक के सुरक्षाकर्मियों ने कर्मचारी को दबोच लिया। घटना की सूचना पाते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामा मचा रहे कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया।
घटना के बाद नगर पालिका सीएमओ सहित विधायक ने पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद जो तथ्य सामने आयेंगे उनके अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।
नगर पालिका परिषद टीकमगढ़ की एक आवश्यक बैठक टीकमगढ़ विधायक राकेश गिरि की उपस्थिति में नगर पालिका के सभाकक्ष में चल रही थी। कर्मचारी द्वारा पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश से बैठक में अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारी वर्तमान में छतरपुर जिले के राजनगर नगर पंचायत में पदस्थ है और उसका कहना है कि करीब 6 माह से उसका वेतन लंबित है। इस वजह से झुंझलाए कर्मचारी ने घटना को अंजाम दिया।
घटना को लेकर विधायक का कहना है कि कर्मचारी उनके तथा उनकी पत्नी के उपर पेट्रोल छिड़क कर आग लगाना चाहता था। उन्होंने पूरे मामले की जांच की मांग की तथा राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी पर घटना में शामिल होने का आरोप लगाया है।
टीकमगढ़ के एसडीओपी सुरेश सेजवार का कहना है कि विधायक तथा नगर पालिका सीएमओ द्वारा घटना के संबंध में जो आवेदन दिये गये हैं उनकी जांच की जा रही है।सेजवार ने जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गिरफ्तार हुए कर्मचारी का बयान
पुलिस की गिरफ्त में आए कर्मचारी रामप्रसाद बिलगैया ने मीडिया को बताया कि वो टीकमगढ़ नगरपालिका में चपरासी के पद पर पदस्थ थे। उन्होंने सीएमओ का भ्रष्टाचार उजागर किया था। तभी से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। भाजपा विधायक ने उनका ट्रांसफर छतरपुर करवा दिया। उनका वेतन रोक लिया गया। घर में बच्चों को खिलाने के लिए भोजन नहीं है। बता दें कि नगर पालिका अध्यक्ष लक्ष्मी गिरी, भाजपा विधायक राकेश गिरी की पत्नी है। टीकमगढ़ में लोग भाजपा विधायक राकेश गिरी को ही नगरपालिका अध्यक्ष भी कहते हैं।