भोपाल। चंबल के कद्दावर कांग्रेस नेता, दिग्विजय सिंह के नजदीकी एवं कमलनाथ सरकार के सहकारिता मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने चुनावी राजनीति से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने मध्यप्रदेश के छतरपुर में सार्वजनिक तौर पर यह ऐलान किया। मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह यहां एक निजी कार्यक्रम में भाग लेने आए थे।
जब कर्मचारी रिटायर हो जाते हैं तो नेता क्यों नहीं
सहकारिता मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी भी 35 साल की नौकरी के बाद रिटायर हो जाते हैं। ऐसे में मैंने निर्णय लिया है कि अब स्वेच्छा से राजनीति से रिटायरमेंट ले लिया जाए तो बेहतर होगा।
युवाओं को आगे आने का मौका मिलना चाहिए
उन्होंने आगे कहा कि समय के अनुसार परिवर्तन भी जरूरी है। राजनीति में सक्रिय रहने वाले युवाओं को अब आगे आने का मौका मिलना चाहिए। छतरपुर में सहकारिता विभाग में हुए घोटाले को लेकर किए गए सवाल पर मंत्री ने कहा कि इस मामले का कोर्ट में के स चल रहा है।
भ्रष्टाचारी के खिलाफ एफआईआर जरूर दर्ज कराई जाएगी
मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि हमने सहकारिता बोर्ड भंग कर दिया था, लेकिन कुछ लोग स्टे ले आए थे। इस कारण वे वहीं बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कितना भी बड़ा भ्रष्टाचारी क्यों न हो, उसके खिलाफ एफआईआर जरूर दर्ज कराई जाएगी। जरूरत पड़ी तो अन्वेषण ब्यूरो से भी जांच कराई जाएगी।