ग्वालियर। डॉक्टर्स को ब्यूरोक्रेसी से उलझना महंगा पड़ता नजर आ रहा है। कल डॉक्टर्स ने फैसला किया था कि वह ना तो आईएएस अफसरों को 'सर' कहकर संबोधित करेंगे और ना ही उनका इलाज करने उनके घर जाएंगे। आज प्रशासन ने 41 प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस थमा दिया है। आरोप है कि यह सभी तलघर का नियम विरुद्ध व्यवसायिक इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रशासन ने 24 घंटे के भीतर खाली करने के आदेश दिए हैं नहीं तो कठोर कार्रवाई होगी।
सहारा अस्पताल को सील करने का नोटिस, मैक्स अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सस्पेंड
अपर कलेक्टर और सीएमएचओ के दल ने निजी अस्पतालाें का औचक निरीक्षण कर मैक्स अस्पताल और दिशा व समर्पण पैथाेलाॅजी का रजिस्ट्रेशन 15-15 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की सेंट्रल वर्किंग कमेटी के सदस्य डॉ. एएस भल्ला के बसंत विहार स्थित सहारा अस्पताल काे सील करने का नाेटिस एसडीएम अनिल बनवारिया ने जारी किया है।
मेडिकल कॉलेज के डीन को तलब किया
उधर संभागायुक्त एमबी ओझा ने जेएएच परिसर में आयोजित डॉक्टरों की उक्त बैठक को अवैधानिक बताते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन से जवाब-तलब किया है। उनका कहना है कि इस तरह की बैठक के लिए कॉलेज के सभागार का उपयोग नहीं किया जा सकता। कुल मिलाकर डॉक्टरों पर जवाबी कार्रवाई के लिए प्रशासन एकजुट हो गया है।
प्रशासनिक कार्रवाई से पहले हम ही नर्सिंग होम बंद कर देंगे
आईएमए के सदस्य डॉ. एएस भल्ला ने कहा कि प्रशासन ने आज जो कार्रवाई की है वह प्रतिशोधात्मक है। प्रशासन नर्सिंग होम क्या बंद कराएगा ऐसी नाैबत नहीं आएगी, हम पहले ही बंद कर देंगे। इस तरह की कार्रवाई का हम विरोध करेंगे, डरेंगे नहीं।
डीन से पूछा है-कैसे और किसने की मीटिंग
जीआरएमसी परिसर में कल हुई डाॅक्टराें की बैठक के लिए डीन ने मंजूरी नहीं दी थी। मीटिंग कैसे हुई और किसने की, इसको लेकर डीन से रिपोर्ट मांगी गई है। डॉक्टरों के विवाद में जेेएएच व मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शामिल नहीं हैं।
एमबी ओझा, संभागायुक्त