ग्वालियर। झांसी में रहने वाली महिला डाक्टर जो कि मानसिक बीमारी सीजियों फीनिया रोग से पीडि़त है। झांसी स्थित घर से स्टेशन पहुंची और पैसेेजर ट्रेन में सवार होकर ग्वालियर आ गई। प्लेटफार्म पर महिला को बदहवास हालत में घूमता देख गश्त कर रहे आरपीएफ के जवानों की नजर महिला पर पड़ी वैसे ही उसे पूछताछ के लिये आरपीएफ थाना लाया गया। महिला ने स्वयं को घर से भागना बताया। पति के मोबाइल नंबर पर सूचना देने के बाद रात में ही ग्वालियर पहुंचे पति को उसके सुपुर्द कर दिया।
आरपीएफ उपनिरीक्षक केए मीणा ने बताया कि प्लेटफार्म नंबर चार पर एक महिला बदहवास हालत में यहां गश्त कर रहे आरपीएफ के जवानों को दिखी। आरपीएफ के जवानों को देख महिला ने मौके से भागने का प्रयास किया तो जवानों ने उसका पीछ किया और पूछताछ के लिये आरपीएफ थाने ले आए। पूछताछ में महिला ने स्वयं को डाक्टर और नाम डॉ. प्रीति खत्री पुत्री युधिष्ठर लाल (Dr. Preeti Khatri daughter Yudhishthar Lal) उम्र चालीस साल निवासी झांसी बताया।
डाक्टर प्रीति ने अपने पति शैलेन्द्र कुमार खत्री (Shailendra Kumar Khatri) का मोबाइल नंबर भी पूछताछ के दौरान दिया। प्रीति द्वारा दिये गए नंबर पर फोन लगाने पर शैलेन्द्र ने फोन उठाया तो आरपीएफ ने उनकी पत्नी प्रीति को ग्वालियर में बताया। शैलेन्द्र ने बताया कि उनकी पत्नी प्रीति सीजियोफिनिया नाम की बीमारी से पीडि़त है और आए दिन घर से गायब हो जाती है। पत्नी के ग्वालियर होने की सूचना मिलते ही शैलेन्द्र रात में ही ग्वालियर पहुंचे जहां आरपीएफ ने प्रीति को उसके पति शैलेन्द्र खत्री के सुपुर्द कर दिया।