ग्वालियर। सरकारी हैंडपंप पर दंबगाई से कब्जा करने का विरोध करने पर भतीजे ने चाचा के पेट में गोली मार दी। उसकी हालत गंभीर है। पानी के पीछे खून खराबे से आर्रोरा गांव में दहशत है। घायल को गंभीर हालत में इलाज के लिए भर्ती कराया है। गोली मारने वाले घर से भाग गए हैं। उनसे ताल्लुक रखने वाले भी इधर उधर सरक गए हैं।
सत्यवीर सिंह गुर्जर ने पुलिस को बताया कि गांव में सरकारी हैंडपंप को लेकर भतीजे गिर्राज ने गोली मार दी। उसने गांव में खोदे गए हैंडपंप पर कब्जा कर रखा है। अपनी मोटर उसमें फिट कर दी है। किसी दूसरे को उसका पानी इस्तेमाल नहीं करने देता। कुछ समय पहले उनकी मां भी हैंडपंप पर पानी भरने गई थीं तो गिर्राज और उसके परिवार ने उन्हें भी खदेड़ दिया था। इस पर दोनों के बीच दुश्मनी ठनी है। कई बार इस मसले पर कहासुनी हो चुकी है। बुजुर्गों के जरिए गिर्राज को समझाने की कोशिश भी कर चुके हैं लेकिन वह हैंडपंप का पानी किसी को देने को तैयार नहीं है। अब गांव में बने सामुदायिक भवन पर भी उसने कब्जा कर लिया है।
गिर्राज को खुटका है कि वह गांव में लोगों को उसके खिलाफ भडक़ा रहा है। मंगलवार सुबह खेत पर गए तब गिर्राज के साथ शिवराज और दिनेश उर्फ सोनू आ गए। उन्हें घसीट कर अपने घर ले जाकर बंधक बनाकर पीटा। फिर गिर्राज ने तंमचे से गोली मारी। बेहट थाना प्रभारी हितगोपाल यादव ने बताया कि सत्यवीर को परिजन पहले जेएएच ले गए वहां उसकी हालत में सुधार नहीं दिखा तो उठाकर निजी अस्पताल ले आए। सत्यवीर ने जिन लोगों के नाम अपहरण और गोली मारने में बताए हैं वह घर से गायब हैं।