भोपाल। मध्य प्रदेश का हाई प्रोफाइल हनीट्रैप कांड लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। खबर आ रही है कि मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी जिनका नाम हनी ट्रैप मामले में आ रहा है, ने रविवार को आत्महत्या की कोशिश की।
घर में लगाई फांसी, नौकर ने बचाया
मध्यप्रदेश के मंत्रालय में एक विभाग के मुख्य पद पर मौजूद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने संडे को अपने ही घर पर अपने लिए फांसी का फंदा तैयार किया और उस पर झूल गए। राहत की बात यह है कि यह सब कुछ नौकर ने देख लिया और उसने तत्काल अफसर को फंदे से नीचे उतार लिया। बताया जा रहा है कि हनी ट्रैप मामले में इस आईएएस अफसर के खिलाफ अब तक कोई सरकारी कार्रवाई नहीं हुई है लेकिन चर्चाओं में इनका नाम पुख्ता तौर पर लिया जा रहा है। आत्महत्या की कोशिश वाला मामला भी चर्चाओं में ही है। किसी भी पुलिस थाने में इस तरह की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
ईडी ने जानकारी मांगी है
हनी ट्रैप मामले की जांच एजेंसियों में एक नया नाम जुड़ गया है। ईडी (Enforcement Directorate) ने एसआईटी से हनी ट्रैप मामले की कुछ डिटेल्स मांगी है। हनी ट्रैप मामले की आरोपी महिलाओं की विदेश यात्राएं एवं उनके एनजीओ को उपलब्ध कराई गई रकम इत्यादि की जानकारी मांगी गई है।
137 प्रमुख चेहरे बेनाब
इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। मौजूदा एसआईटी के प्रमुख स्पेशल डीजी राजेंद्र कुमार हैं। सूत्रों के अनुसार एसआईटी की जांच में मिले ऑडियो और वीडियो में 137 प्रमुख चेहरे बेनकाब हुए हैं। सबसे ज्यादा 54 चेहरे आईएएस और आईपीएस अफसरों के हैं। इन चेहरों में भाजपा, कांग्रेस और RSS से नेताओं के भी बताए जा रहे हैं। जबकि कई उद्योगपति और कारोबारियों के साथ नामी बिल्डर भी हनी ट्रैप में फंसे हैं।
केंद्र सरकार सब कुछ कर रही, ऐसा होगा नहीं
विधि मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार सबकुछ कर रही है। उनके लोग फंसे हैं, उनसे संबंधित अधिकारी भी फंसे हैं। उन सभी लोगों को निकालने के लिए यह सब किया जा रहा है, लेकिन ऐसा होगा नहीं।