इंदौर। सदर बाजार क्षेत्र के साउथ गाडराखेड़ी से तीन दिन पहले पहली क्लास में पढ़ने वाली 7 साल की मासूम अपहृत बच्ची को पुलिस ने सागर से खोज निकाला है। बच्ची को उसका पड़ोसी उठाकर सागर ले गया था। गोपालगंज पुलिस ने युवक को सागर बस स्टैंड से हिरासत में लिया। पुलिस ने बच्ची के मिलने की सूचना इंदौर पुलिस के साथ ही परिजनों को सूचना दी है।
गाडराखेड़ी से गायब हुई थी बच्ची
सदर बाजार क्षेत्र के साउथ गाडराखेड़ी में पहली क्लास में पढ़ने वाली 7 साल की मासूम बच्ची काे पड़ोसी संतोष उठाकर ले गया था। आरोपी का बच्ची के घर आना-जाना था और वह उसके साथ खेलता भी था। शुक्रवार सुबह उसने बच्ची को दूध लेने भेजा और फिर खुद भी पीछे-पीछे चला गया। बाद में वह बच्ची को उठाकर ले गया।
एसआई प्रियव्रत सिंह सोलंकी के मुताबिक, बच्ची का नाम माही पिता रामगोपाल है। आरोपी युवक संतोष पिता नन्हे वीर कुशवाह निवासी गाडराखेड़ी है। वह राजबाड़ा पर कैलाश झाड़ू वाले की दुकान पर काम करता था। दिवाली पर उसने काम छोड़ दिया। दुकान मालिक, उसके दोस्तों और मकान मालिक से पूछताछ के बाद पता चला है कि वह खुद को भोपाल-सीहोर के पास गायकवान नामक गांव का निवासी बताता था और बुंदेलखंडी भाषा में बात करता था। शुक्रवार सुबह 8 बजे परिजन घर में थे, तब माही उसके साथ खेलने चली गई। दो घंटे तक वापस नहीं आई तो परिवार ने तलाश शुरू की। कहीं नहीं मिली तो मोहल्ले में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे। इसमें पता चला कि माही को संतोष अगवा कर ले गया।
कैमरे देखे तो खुलासा हुआ
संतोष गाडराखेड़ी में नेसर सिंह पटेल के यहां पांच साल से किराए से रह रहा है। उसके साथ एक युवती भी रहती थी, जिसे वह बहन बताता था। बाद में पता चला कि वह बहन नहीं है। 5 नवंबर को वह युवती को कहीं छोड़ आया। उसके पिता के नाम, गांव को लेकर भी संदेह है कि ये गलत हैं। उसने इंदौर की फर्जी आईडी भी बना ली थी। पुलिस उसके कुछ दिन पहले नौकरी छोड़ने और फिर साथ वाली युवती को बाहर भेजने के बिंदुओं पर पड़ताल कर रही है।