इंदौर। सूदखोर से परेशान इलेक्ट्रॉनिक शॉप व्यापारी द्वारा खुदकुशी करने का मामला सामने आया है। बेटे का आरोप है, पिता द्वारा प्रति माह मोटा ब्याज भरने के बाद भी सूदखोर द्वारा उनसे एक लाख रुपए से अधिक रुपए की मांग की जा रही थी। इस कारण पिता कई दिनों से परेशान थे। उन्होंने पुलिस से मामले में जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जांच अधिकारी पीके मकासरे के मुताबिक नोखेलाल 49 पिता निलमचंद सोनकर (Nokhelal's father Nilamchand Sonkar) निवासी अजय बाग कॉलोनी ने सोमवार को घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। एमवाय पीएम कराने पहुंचे बेटे मयंक ने घटना की जानकारी दी। उनका कहना है, पिता की मूसाखेड़ी में मां भवानी इलेक्ट्रॉनिक (Maa Bhavani Electronic) नाम से शॉप है। वे पिता के साथ काम में हाथ बंटाते हैं। दोपहर को पिता जरूरी काम से घर के लिए निकले। देर तक वे शॉप पर नहीं लौटे तो छोटे भाई गौरव ने उन्हें फोन लगाया। कई बार फोन लगाने के बाद भी उन्होंने नहीं उठाया। कुछ देर बाद भाई फ्लैट पर पहुंचा। वहां तेज टीवी की आवाज आ रही थी। दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाजा खुलवाने पर पता चला कि पिता ने फांसी लगा ली है।
मयंक ने बताया, पिता की 16 माह पूर्व दोनों किडनी का उपचार कराया था। उपचार के लिए उन्होंने कर्ज लिया। आरोप है, मुकेश सिलावट नामक व्यक्ति से 1 लाख और आशीष वर्मा नामक व्यक्ति से उन्होंने डेढ़ लाख रुपए 10 प्रतिशत ब्याज पर लिए थे। इसके वज में दोनों ने खाली चेक और स्टाम्प लिए। कर्ज लेने के बाद से पिता एक लाख 10 हजार तो केवल ब्याज ही भर चुके हैं। कुछ दिन से उन्हें एक लाख रुपए की मांग कर परेशान किया जा रहा था। दोनों सूदखोर पिता पर रुपए के लिए दबाव बनाने लगे। बेटे का कहना है, पिता को रुपयों के लिए और भी लोग परेशान कर रहे थे।