इंदौर। मध्यप्रदेश की व्यापारिक राजधानी इंदौर के जू (Indore zoo) में कल दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब एक व्यक्ति ने जाली फांदकर बाघ के पिंजरे (Tiger cage) में कूदने की कोशिश की। उसे पिंजरे पर चढ़ता देख तत्काल कर्मचारी दौड़े और उसे बमुश्किल पकड़कर नीचे उतारा। वह जिस जगह कूदने वाला था, वहीं नीचे बाड़े में बाघ बैठा हुआ था। युवक ने बताया कि वह तंगी से परेशान था और उस कर्ज भी था। बाड़े में कूदने को लेकर कहा कि वह पशु प्रेमी है, मेरी मौत पर किसी पशु का पेट तो भरता तो मुझे खुशी होती। जू प्रबंधन ने उसे पुलिस को सौंप दिया।
जू प्रभारी उत्तम यादव ने बताया कि बाड़े में कूदने वाले ने अपना नाम विजय झाला (Vijay Jhala) निवासी परदेशीपुरा बताया है। दोपहर करीब 12.45 बजे कर्मचारियों ने एक व्यक्ति को बाड़े में लगी जाली पर चढ़ते देखा। कर्मचारियों ने आवाज लगाते हुए उसे नीचे उतरने को कहा, लेकिन वह ऊपर की ओर बढ़ने लगा। इसके बाद कर्मचारी दौड़े और बाड़े पर चढ़कर उसे मुश्किल नीचे उतारा। जिस जगह वह जाली से लटका था वहीं नीचे बाघ बैठा था। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
विजय ने कहा कि सब मुझसे पूछ रहे हैं तुम बेरोजगार हो क्या, मैं कहता हूं मैं देश के लिए मरना चाहता हूं, अब क्या कहना है। 2016 में मेरी सैलरी 6 हजार रुपए थी। इसके बाद मैंने सिंहस्थ के समय एक छोटी सी दुकान खोली और बिस्किट, पानी के पाउच बेचता था। इसके बाद जीएसटी लागू हुई, पानी के प्लास्टिक के पाउच बंद हुए। प्लास्टिक के गिलास बंद हुए। इसके बाद हम तो पूरी तरह से बेरोजगार हो गए। इसके बाद मैं बच्चे और पत्नी की ख्वाहिश पूरी नहीं कर पाया। वे जैसा जीना चाहते हैं मैं वैसा नहीं चला पाया। मैं अपनी जवाबदारी का निवर्हन नहीं कर पाया। मैंने 1984 में रोजगार पंजीयन करवाया था, लेकिन नौकरी नहीं मिली। मैंने बहुत नौकरी खोजी, लेकिन नहीं मिली। बेरोजगारी और कर्ज से परेशान होकर जान दे रहा था।