जबलपुर। लो जी, कलेक्टर कार्यालय के कर्मचारी कलेक्टर के आदेश का पालन नहीं करते। हालात यह है कि कलेक्टर को प्रमाण मंगवाने पढ़ रहे हैं कि उनके आदेश का पालन हुआ या नहीं।
मामला सोमवार को हुई टाइम लिमिट की मीटिंग का है। कलेक्टर भरत यादव ने सीएम हेल्पलाइन के मामलों में लापरवाही एवं गलतियां करने वाले अधिकारियों के वेतन काटने का आदेश दिया था। गोपनीय सूत्रों से उन्हें पता चला कि उनके आदेश का पालन नहीं किया गया। सोमवार को हुई मीटिंग में उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा 'पिछली बैठक में सीएम हेल्पलाइन के लंबित मामले नहीं सुलझाने पर जिन अधिकारियों का वेतन काटने के निर्देश दिए थे। उनके वेतन बिल भी मेरे सामने प्रस्तुत करें। यदि वेतन नहीं काटा गया होगा तो वेतन जारी करने वालों का 15 दिन का वेतन काटा जाए।
सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सुबह साढ़े 10 बजे से बैठक शुरू हुई और विभागवार समीक्षा दोपहर 2ः45 बजे तक चलती रही। कलेक्टर ने बैठक में यह भी कहा कि कुछ अधिकारी तो सभाकक्ष में पीछे जाकर खामोशी से बैठ जाते हैं। यह सोचते है कि उनसे कोई कुछ पूछेगा नहीं और बैठक के बाद वे चल देंगे। यह उसी तरह की हरकत है, जैसी स्कूली बच्चे करते हैं।