जबलपुर। उमा भारती के शिक्षक दिनेश मिश्रा ने उसका सिर ब्लैक बोर्ड पर दे मारा था। जिससे उमा तत्काल बेहोश हो गई। स्कूल वाले उसे अस्पताल ले गए, दवाइयां दिलवाई और घर भेज दिया। उमा भारती को होश तो आ गया था लेकिन अब वह बार-बार अपनी याददाश्त खो देती है। पेरेंट्स ने कलेक्टर से शिकायत कर शिक्षक दिनेश मिश्रा को शैक्षणिक गतिविधियों से बाहर करने की मांग की है।
सरकारी स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा उमा भारती के पेरेंट्स मंगलवार को जनसुनवाई में कलेक्टर के सामने आए। उन्होंने कलेक्टर को पूरी घटना बताते हुए मांग की कि शिक्षक दिनेश मिश्रा शैक्षणिक गतिविधियों से अलग किया जाए और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। उमा भारती के पैरंट्स इस मामले में पुलिस कार्रवाई की संभावनाएं तलाश रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में उमा भारती के लिए इलाज के लिए हर्जाना भी वसूल किया जा सकता है।
शिकायत पर पेरेंट्स ने बताया कि कुछ दिन पूर्व कक्षा में शिक्षक दिनेश मिश्रा ने उससे एक सवाल पूछा और ब्लैक बोर्ड में उसका जवाब लिखने के लिए कहा। जब उमा ब्लैकबोर्ड में जवाब लिख रही थी तभी दिनेश मिश्रा ने पीछे से उसका सिर पकड़कर ब्लैकबोर्ड में मार दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गई, कुछ देर तक उसे होश नहीं आया। इसके बाद स्कूल के अन्य शिक्षक उसे स्थानीय अस्पताल लेकर पहुंचे जहां जांच करने के बाद उसे दवाईयां दी गईं। करीब 2 घंटे बाद जब उसे होश आया तब डॉक्टर्स ने उसे दवाईयां देकर घर भेज दिया। इस घटना के बाद उमा को अक्सर चक्कर आने लगे और आंखों में जलन होने लगी। कई बार वह अपनी याददाश्त भी खो बैठती है।
पहले भी मिल चुकी हैं शिकायतें
शिक्षक दिनेश मिश्रा के संबंध में पूर्व में भी जिला शिक्षा अधिकारी के पास कई शिकायतें पहुंची हैं, जिसके बाद उन्हें समझाइश देकर छोड़ दिया गया था। बावजूद इसके उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। इस घटना के बाद से स्कूल के अन्य छात्र-छात्राएं भी दहशत में हैं और सब इस शिक्षक से मुक्ति चाहते हैं।