म.प्र मे कांग्रेस की सरकार बने एक वर्ष पूरा होने वाला है परंतु अभी तक कांग्रेस की सरकार ने कर्मचारियों को दिए गए अपने वचनों को पूरा करने की दिशा मे कोई ठोस पहल नहीं की है जिससे कर्मचारी संगठन निराश होने लगे है म.प्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के संविदा कर्मचारी एक वर्ष से भी अधिक समय से नौकरी से बाहर है अभी तक सरकार ने उनकी सेवा वापसी की दिशा मे कोई कदम नही उठाया है।
जबकि चुनाव पूर्व कांग्रेस पार्टी ने निष्कासित संविदाकर्मियों एवं परियोजनाकर्मियो की सेवा बहाली का वचन दिया था वही व्यापम परीक्षा पास किए कई सबइंजीनियर म.प्र सड़क विकास प्राधिकरण मे वर्षों से संविदा पर सेवा दे रहे है जबकि व्यापम के आधार पर कई विभागों मे नियमित सब इंजीनियर भर्ती किए गए है जब परीक्षा लेने वाला निकाय एक है व योग्यता एक है तो फिर ये कैसा अन्याय है कि इन सब इंजीनियरों को वर्षों की सेवा के बाद भी नियमित नही किया गया इसी प्रकार अतिथिशिक्षक नियमितिकरण की दिशा मे अब तक सरकार ने कुछ नही किया दिग्विजय सिंह जी,ज्योतिरादित्य सिंधिया जी एवं स्वयं सीएम कमलनाथ जी ने कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर इनके नियमितिकरण का दायित्व लिया था व कई मंचो से अतिथि शिक्षक नियमितिकरण की चर्चा की है परंतु अभी तक कोई ठोस नीति नहीं बनाई है।
इनके नियमितिकरण मे परेशानी पात्रता परीक्षा व प्रशिक्षण का अभाव थी अब जब म.प्र पीईबी शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 1 एवं 2 का रिजल्ट घोषित कर चुकी है तो सरकार को चाहिए कि परीक्षा पास डीएड,बीएड योग्यता धारी अतिथिशिक्षकों को सेवा वर्षों की वरिष्ठता के आधार पर नियमित करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर देना चाहिए क्योंकि अभी तक सिर्फ कमेटिया बनाई गई है व मीटिंग की गई है परंतु इससे कर्मचारियों की समस्या जस की तस बनी हुई है कई कर्मचारी आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या तक कर चुके है ऐसे मे सरकार को जल्द अपने वचन पूरे करने चाहिए क्योंकि पीसी शर्माजी भी अपने वचनों पर कर्मचारी संगठनो से कह चुके है कि रघुकुल रीति सदा चली आई प्राण जाई पर वचन न जाई।
सादर धन्यवाद
आशीष कुमार बिलथरिया
उदयपुरा जिला रायसेन म.प्र