भोपाल। पूर्व मंत्री और कांग्रेस के सीनियर विधायक बिसाहूलाल सिंह गरीबी रेखा के नीचे आते हैं। वे अपने परिवार के सभी 11 सदस्यों के साथ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के तहत मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना का हर माह लाभ उठा रहे हैं। इस योजना के तहत उन्हें 1 रुपए किलो की दर से हर माह सरकार 55 किलो गेंहू-चावल के साथ ही नमक और शकर प्रदान कर रही है।
इस योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों को ही लाभ दिए जाने का प्रावधान है। बिसाहूलाल और उनका परिवार पिछले कई वर्षों से खुद को गरीब बताकर इस योजना का लाभ उठा रहा है। भले ही बिसाहूलाल खुद को गरीब बता कर अन्नपूर्णा योजना का लाभ उठा रहे हों लेकिन चुनाव में जमा किए गए अपनी संपत्ति के विवरण में उन्होंने खुद की माली हालत बहुत मजबूत बताई है। 2018 के चुनाव में जमा दस्तावेजों के मुताबिक 2018-19 में बिसाहूलाल स्वयं की सालाना आय 5 लाख 35 हजार 950 रुपए थी। उनकी अनूपपुर में एक होटल व एक पेट्रोल पंप है।
इसके साथ ही उन्होंने बताया था कि दो बैंक खातों में लगभग 25 लाख रुपए उनके नाम से जमा है। वहीं परिवार के अन्य सदस्यों के नाम के बैंक अकाउंट में भी लगभग 60 लाख रुपए की राशि जमा है। इसके साथ ही उनके स्वयं के नाम से 23 हेक्टेयर कृषि भूमि है। बिसाहू एवं उनकी पत्नी के नाम अनूपपुर जिले में 4 मकान भी हैं।
अन्नपूर्णा योजना के तहत बने राशन कार्ड के अनुसार बिसाहूलाल ङ्क्षसह, उनकी पत्नी जगोतिया बाई, उनके पाचं पुत्र चंद्रभान सिंह, अमृतलाल सिंह, तेजभान सिंह, रूपेंद्र ङ्क्षसह और ओमप्रकाश ङ्क्षसह के साथ ही उनकी पुत्रवधु संतोषी ङ्क्षसह, लक्ष्मी कुंवर और राधिका सिंह को इस योजना का लाभ मिल रहा है। बिसाहू लाल एवं उनके परिवार का नाम समग्र परिवार आईडी क्रमांक 38237535 पर दर्ज है।
इस मामल में आरटीआई एक्टिविस्ट भुवनेश्वर प्रसाद मिश्रा ने राज्यपाल लालजी टंडन और मुख्यमंत्री कमलनाथ से शिकायत की है। मिश्रा का कहना है कि दो बार मंत्री रह चुके बिसाहूलाल गलत तरीके से गरीबों को मिलने वाली योजना का लाभ लेकर उनका हक मार रहे हैं। उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाना चाहिए।