भोपाल। मध्यप्रदेश चंबल क्षेत्र यानी मुरैना से खबर आ रही है कि यहां एक नवनिर्मित माता मंदिर में 12 साल के बालक की नर बलि दे दी गई। घटना पोरसा के नगरा थाना क्षेत्र के डोंडरी की है। बालक सोमवार सुबह से लापता था रात को मंदिर के समीप उसका शव मिला। पुलिस इसे हत्या का मामला बता रही है जबकि बालक के परिजनों ने दावा किया है कि यह नरबलि है। बता दें कि भारत में नरबलि प्रतिबंधित है और सुप्रीम कोर्ट ऐसी घटनाओं के लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस को जिम्मेदार मानता है।
अंशुल पुत्र जसवंत सिंह गुर्जर 12 वर्ष निवासी एडोरी को सुबह करीब साढ़े पांच बजे उसके साथ पढऩे वाले 4-5 दोस्त उसे खेलने के लिए बुला कर ले गए थे। अंशुल गुर्जर एथलीट बनना चाहता था। जब वह दोपहर तक वापस नहीं आया तो घरवालों ने पुलिस थाना नगरा जाकर शिकायत दर्ज कराई।
अंशुल गुर्जर की खोजबीन के दौरान गांव से कुछ ही दूरी पर स्थित नवनिर्मित माता मंदिर के पास खून के निशान मिले। पुलिस ने जब आसपास के इलाकों की छानबीन शुरू की तो रात 2:00 बजे बालक का शव भी मिल गया। शव की गले पर धारदार हथियार का निशान है। बालक की गला रेत कर हत्या की गई। उसका एक कान भी कटा है। घटनास्थल पर कुछ नारियल और पूजन सामग्री भी पड़ी मिली है। परिजनों का दावा है कि यह नरबलि है लेकिन पुलिस इसे केवल हत्या का मामला मानकर जांच कर रही है। समाचार लिखे जाने तक हत्या के आरोपियों का नाम पता नहीं चल पाया था।