भोपाल। मध्य प्रदेश के सागर जिले के बम्होरी रेगुवां गांव से कमलनाथ सरकार को तनाव देने वाली खबर आ रही है। यहां गरीबी से तंग एक परिवार ने सामूहिक आत्महत्या कर ली। परिवार के मुखिया मनोज पटेल को गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल किया गया है जबकि उसकी पत्नी और दो बेटियों की मौत हो गई। मनोज पटेल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि वह गरीबी से तंग आ चुका है और इसी कारण पूरे परिवार सहित आत्महत्या कर रहा है। बता देंगे भूखे लोगों को भोजन उपलब्ध कराना सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है। जनता से वसूले गए टैक्स पर संचालित होने वाली तमाम योजनाएं इसी तरह के गरीबों के लिए होती है।
बम्होरी रेंगुवां गांव में सुबह के उस वक्त सनसनी फैल गई जब लोगों को पता चला कि एक ही परिवार के चार लोगों ने खुदकुशी कर ली है, जिसमें छह साल की जिया और दस साल की सोनम भी शामिल हैं। हालांकि परिजनों और आसपास के लोगों ने चारों को तुरंत ही सागर में अस्पताल में भर्ती भी कराया, लेकिन उससे पहले ही पत्नी और दो बच्चों की मौत हो चुकी थी। जबकि मनोज पटेल की सांसें चल रही थीं और उसका अभी इलाज चल रहा है।
घटना स्थल से मिला सुसाइट नोट
सागर एसपी अमित सांघी का कहना है कि सूचना मिलते ही सागर सीएसपी मौके पर पहुंचे थे,जहां पर घर की छानबीन भी और घर से रस्सियां भी बरामद की गई हैं। मौके से सुसाइट नोट भी बरामद हुआ है जिसमें मनोज ने लिखा है कि परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और उसका पूरा परिवार गरीबी से जूझ रहा था। गरीबी और तंगहाली से परेशान होकर ही मनोज ने परिवार के साथ आत्महत्या का कदम उठाया। वैसे अभी शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और घटना की पूरी जांच की जा रही है। लिहाजा जांच के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी कि घटना के पीछे और कोई वजह तो नहीं थी।