भोपाल। मध्य प्रदेश के विधानसभा स्पीकर एनपी प्रजापति इन दिनों छुपते-छुपाते घूम रहे हैं। वह भाजपा नेताओं से नहीं मिल रहे। फोन पर उनसे बात भी नहीं कर रहे। हालात यह है कि राज्यपाल लालजी टंडन ने उन्हें मिलने के लिए बुलाया लेकिन तब भी नहीं आए।
क्यों छुपते-छुपाते घूम रहे हैं विधानसभा अध्यक्ष
मामला भाजपा विधायक प्रहलाद लोधी की सदस्यता का है। भोपाल की एक विशेष न्यायालय ने पन्ना जिले की पवई सीट से विधायक एवं भाजपा नेता प्रह्लाद लोधी को तहसीलदार के साथ मारपीट के मामले में 2 साल की सजा सुनाई थी। इसके साथ ही न्यायालय ने उन्हें अपील करने का मौका भी दिया था। विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति में अपील की अवधि समाप्त होने से पहले ही भाजपा विधायक की सदस्यता समाप्त कर दी। इधर हाईकोर्ट ने भाजपा विधायक की सजा पर स्टे लगा दिया। अब भारतीय जनता पार्टी चाहती है कि विधायक की सदस्यता बहाल की जाए। बस यही कारण है कि एनपी प्रजापति छुपते-छुपाते घूम रहे हैं क्योंकि यदि वह सामने आए तो उन्हें जवाब देना होगा।
राजभवन ने बुलाया था फिर भी नहीं आए
भाजपा का प्रतिनिधिमंडल कई बार इस मामले में राज्यपाल से मिल चुका है। भाजपा का दावा है कि किसी भी विधायक की सदस्यता समाप्ति का फैसला राज्यपाल कर सकते हैं विधानसभा अध्यक्ष नहीं। इसी सिलसिले में चर्चा करने के लिए राज्यपाल लालजी टंडन ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को बुलाया था लेकिन वह नहीं आए। सूत्रों के मुताबिक राजभवन की ओर से संपर्क के प्रयास किए गए, लेकिन स्पीकर की व्यस्तता और बाहर होने का हवाला दिया गया। इसके बाद शुक्रवार को राज्यपाल ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर इस मामले की वस्तुस्थिति से अवगत करवाया और परामर्श भी मांगा।