भोपाल। प्रोफेसर, टीचर्स को सोशल मीडिया के जरिए फ्रॉड करने वालों ने टारगेट कर रखा है। टीचिंग प्रोफेशन से जुड़े लोगों के नाम से उनका फोटो लगाकर फर्जी प्रोफाइल बनाई जा रही है। इसके जरिए दोस्तों को मैसेज भेजकर परेशानी में फंसे होने का झांसा देकर बैंक अकाउंट या वॉलेट में पैसा जमा करवाकर ठगी की जा रही है।
साइबर सेल ने लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह किया है। पुलिस अफसरों के मुताबिक, कई ऐसे केस सामने आए, जिनमें लोगों के अकाउंट हैक करने के बाद दोस्तों को परेशानी के मैसेज भेजकर राशि मांगी गई। कई बार लोगों ने विश्वास कर राशि जमा करा दी और कई बार क्रॉस चेक करने से बच गए। अब ठगोरों ने नया तरीका ढूंढ़ लिया है। उज्जैन के एक प्रोफेसर के नाम से हाल ही में किसी ने फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनका फोटो उसमें लगा दिया। बाद में फ्रेंड बुक से दोस्तों के नाम लेकर मैसेज कर नई प्रोफाइल से जोड़ लिया। इसके बाद मैसेंजर पर दोस्तों को प्रोफेसर के नाम से मैसेज भेजा। इसमें दिल्ली यात्रा के दौरान बीमार होने पर आर्थिक मदद की गुहार करते हुए अकाउंट नंबर दिया गया।
एक दोस्त ने विश्वास कर 60 हजार रुपए उक्त अकाउंट में जमा कर दिए। अन्य दोस्त ने परेशानी जानने के लिए प्रोफेसर को फोन लगाया तो पता चला, वे न तो दिल्ली गए और न ही मदद मांगी। इस पर साइबर सेल में शिकायत की गई। इंदौर में एक बड़े स्कूल की टीचर के नाम से भी ऐसा प्रयास हुआ। विदेश में फंसे होने की मैसेज भेजकर दोस्तों से रकम मांगी। दोस्त ने फोन कर चेक कर लिया, जिससे ठगी होने से बच गई। एक प्रोफेसर के दोस्तों के साथ भी इसी तरह की ठगी का प्रयास करने की शिकायत पुलिस तक पहुंची है। साइबर सेल की टीम ने जांच की तो पता चला, धोखाधड़ी करने वालों के निशाने पर इस समय टीचर व प्रोफेसर हैं। इनसे जुड़े अधिकतर लोग इसी प्रोफेशन से होते हैं। बदमाश इसी कारण कई जगह उन्हें झांसा देने में सफल रहे।
एक दोस्त ने विश्वास कर 60 हजार रुपए उक्त अकाउंट में जमा कर दिए। अन्य दोस्त ने परेशानी जानने के लिए प्रोफेसर को फोन लगाया तो पता चला, वे न तो दिल्ली गए और न ही मदद मांगी। इस पर साइबर सेल में शिकायत की गई। इंदौर में एक बड़े स्कूल की टीचर के नाम से भी ऐसा प्रयास हुआ। विदेश में फंसे होने की मैसेज भेजकर दोस्तों से रकम मांगी। दोस्त ने फोन कर चेक कर लिया, जिससे ठगी होने से बच गई। एक प्रोफेसर के दोस्तों के साथ भी इसी तरह की ठगी का प्रयास करने की शिकायत पुलिस तक पहुंची है। साइबर सेल की टीम ने जांच की तो पता चला, धोखाधड़ी करने वालों के निशाने पर इस समय टीचर व प्रोफेसर हैं। इनसे जुड़े अधिकतर लोग इसी प्रोफेशन से होते हैं। बदमाश इसी कारण कई जगह उन्हें झांसा देने में सफल रहे।
साइबर सेल एसपी जितेंद्रसिंह के मुताबिक, बदमाश फर्जी प्रोफाइल बनाकर ठगी कर रहे है। लोगों को सोशल मीडिया में अपनी प्रोफाइल व फ्रेंड लिस्ट की सेटिंग बदलने की जरूरत है। प्रोफाइल गार्ड का इस्तेमाल करें, ताकि अनजान लोग आपके दोस्तों की सूची न देख पाएं। जब भी किसी दोस्त की ओर से गंभीर मैसेज आए तो उससे या किसी नजदीकी रिश्तेदार से पहले संपर्क कर सच्चाई जानें।