भोपाल। मध्य प्रदेश में हाई स्कूल के परीक्षा परिणाम बिगड़ने के बाद शिक्षकों की दक्षता परीक्षा का आयोजन किया गया था। अब यह दक्षता परीक्षा एक मजाक बनकर रह रही है। दक्षता परीक्षा में फेल हुए शिक्षकों को बचाने के लिए तमाम नियम बदले जा रहे हैं। हालात यह है कि पासिंग मार्क्स की शर्ट 50 परसेंट से घटाकर 33 परसेंट करने की कोशिश की जा रही है बावजूद इसके सभी शिक्षकों की नौकरी बचती नजर नहीं आ रही।
दक्षता परीक्षा में फेल शिक्षकों की सेवा समाप्ति का एलान किया था
शिक्षक दक्षता परीक्षा के ऐलान के साथ ही यह घोषणा भी की गई थी कि जितने भी शिक्षक इस परीक्षा में फेल होंगे उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इसके बाद परीक्षा का ऐलान किया गया और इसी के साथ शुरू हुआ योग्य शिक्षकों की नौकरी बचाने का खेल। सबसे पहले किताब से नकल करने की छूट दी गई। खुली नकल की स्वतंत्रता मिलने के बावजूद कई शिक्षक दक्षता परीक्षा में फेल हो गए।
दूसरा मौका दिया, फिर दो बार कॉपी चेक की, अब पासिंग मार्क्स बदलने की तैयारी
दक्षता परीक्षा में फेल शिक्षकों को दूसरी बार परीक्षा देने का मौका दिया गया। इस बार कई शिक्षक अनुपस्थित हुए तो कुछ शिक्षकों ने परीक्षा में भाग लिया। दूसरी बार परीक्षा होने के बावजूद 80 शिक्षक पास नहीं हो पाए। अब दक्षता के लिए पासिंग मार्क्स 50% को बदलने की कोशिश की जा रही है। इसे घटाकर 33% किया जाना है। यदि ऐसा भी किया तब भी 30 शिक्षक फेल रह जाएंगे क्योंकि उनके प्राप्तांक 33% से कम है। शिक्षकों की नौकरी बचाने के लिए शिक्षा विभाग ने हाई लेवल कमेटी बनाई है। देखते हैं अब यह कमेटी क्या करती है।