भोपाल। मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की भारी कमी है बावजूद इसके कमलनाथ सरकार ने संजीवनी क्लिनिक प्लान बनाया है। कमलनाथ के संजीवनी क्लिनिक लगभग अरविंद केजरीवाल के मोहल्ला क्लीनिक की तरह होंगे। सबसे पहले भोपाल में 65 क्लीनिक खोले जाएंगे, उसके बाद पूरे मध्यप्रदेश में 268 क्लीनिक खोले जाएंगे। इन क्लिनिको में दोपहर 12:00 बजे 8:00 बजे तक मरीजों का इलाज किया जाएगा।
इसके लिए सभी शहरों में नगरीय निकायों को भवन उपलब्ध कराने को कहा गया है। सामुदायिक भवनों का इस्तेमाल भी क्लीनिक के लिए किया जा सकता है। इन क्लीनिक में ओपीडी में मरीजों का इलाज मिलने के साथ ही जरूरी दवाएं और जांच की सुविधाएं भी मिलेंगी। इसके लिए यहां लैब टेक्नीशियन व फार्मासिस्ट की भर्ती भी की जाएगी। इसके अलावा आशा कार्यकर्ताओं की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। आशा कार्यकर्ता मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम करेंगी।
डॉक्टरों को वेतन के साथ प्रोत्साहन राशि भी मिलेगी
क्लीनिकों के लिए डॉक्टरों की संविदा भर्ती की जाएगी। उन्हें 60 हजार रुपए महीने वेतन के साथ ही ज्यादा मरीज देखने पर प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। प्रोत्साहन राशि वेतन के 25 फीसदी से ज्यादा नहीं होगी। हर क्लीनिक में रोजाना करीब 1500 मरीज पहुंचने की उम्मीद है।
यह सुविधाएं भी मिलेंगी
- क्लीनिक की तरफ से अस्पताल या बस्ती में नियमित कैंप लगाए जाएंगे।
- क्लीनिक में समय-समय पर विशेषज्ञ सेवाएं भी मिलेंगी।
- परिवार, नियोजन, प्रसव पूर्व जांचों फर फोकस रहेगा।
प्रदेश भर में संजीवनी क्लीनिक शुरू किए जा रहे हैं। इससे मरीजों को उनके घर के पास ही इलाज मिल जाएगा। यहां उन्हें दवाएं और जांच की सुविधा भी मिलेगी। तुलसी सिलावट, स्वास्थ्य मंत्री