भोपाल। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद मध्य प्रदेश के सभी 52 जिले हाई अलर्ट पर है। शनिवार के दिन लोगों ने परिवार के साथ छुट्टी मनाई। रविवार को आम दिनों की तरह सड़कों पर चहल-पहल शुरू हो गई। आने वाले दो-तीन दिनों में शेड्यूल्ड सभी प्रकार के धार्मिक आयोजनों को आयोजन समितियों की ओर से रद्द कर दिया गया है। पूरे प्रदेश में धारा 144 लगी हुई है।
मुख्यमंत्री कमलनाथ आज भी पीएचक्यू स्थित कंट्रोल रूम से पूरे प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। राजधानी भोपाल में आज सुबह से कल की तुलना में सड़कों पर लोगों की आवाजाही बढ़ गयी और स्थिति सामान्य होने की ओर बढ़ रही है। शहर के बाहरी इलाकों में स्थिति लगभग सामान्य सी हो गयी है। चाय-नाश्ते की दुकानों पर भीड़ है।
इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, रीवा, उज्जैन, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर और अन्य स्थानों से यहां पहुंची सूचनाओं के अनुसार कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। सभी 52 जिलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू है। इन सब जगहों पर भी स्थिति सामान्य होने की ओर है। मुस्लिम समाज के धर्म गुरुओं ने शांति व्यवस्था बनी रहे इसको लेकर कई जिलों में मिलादुनबी का जुलूस नहीं निकालने का फैसला लिया है।
राज्य के संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है। मुख्यमंत्री कमलनाथ भी स्वयं राजधानी में रहकर सभी जिलों की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। प्रदेश पुलिस के आला अधिकारी दिनरात एक कर सभी जिलों से जानकारी हासिल कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं।
अयोध्या मामले में फैसला आने के पहले ही ऐहतियात के तौर पर अधिकांश जिलों में निषेधाज्ञा पहले से ही लागू कर दी थी। इसके अलावा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने पर भी सख्त पाबंदी लगी हुयी है।