भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने पिछले दिनों " चरण वंदना" को मुद्दा बना दिया था। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भक्त मंत्री ने सार्वजनिक कार्यक्रम में उनके पैर छू लिए थे, देवास नगर निगम की महिला कमिश्नर ने मंत्री सज्जन सिंह वर्मा की चरण वंदना की थी। इसका विरोध करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने टीवी पर आकर कई आदर्शवादी बयान दिए थे, लेकिन सब गुड़ गोबर हो गया जब विदिशा में भाजपा की महिला विधायक राजश्री रूद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के भरे मंच पर पैर छुए।
भाजपा विधायक के पति कांग्रेसी हैं
कमलनाथ विदिशा में सरकारी अस्पताल का लोकार्पण करने पहुंचे थे। भाजपा विधायक द्वारा उनके पैर छूने का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। कमलनाथ के पैर छूने वाली भाजपा विधायक राजश्री के पति रुद्रप्रताप सिंह कांग्रेस नेता रहे हैं। एक बार वे निर्दलीय विधायक रह चुके हैं। बताया जाता है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के काफी करीबी रहे हैं। बता दें कि कुछ रोज पहले ही कमलनाथ सरकार के एक मंत्री ने कहा था कि भाजपा के कई विधायक कमलनाथ के संपर्क में है।
मुख्यमंत्री के पास बैठकर बात करती रही भाजपा विधायक
शुक्रवार को विदिशा में अस्पताल का लोकार्पण करने के लिए जैसे ही मुख्यमंत्री कमलनाथ मंच पर पहुंचे, जिले की शमशाबाद से भाजपा विधायक राजश्री रूद्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के पैर छू लिए। इसके बाद मुख्यमंत्री के साथ राजश्री अपने-अपने स्थान पर जाकर बैठ गए। थोड़ी देर बाद राजश्री फिर मुख्यमंत्री के पास आकर बैठ गई और देर तक बातें करती रहीं। मुख्यमंत्री और विधायक के बीच के क्या बात हुई इसकी जानकारी नहीं हो सकी है।
मंत्री और अफसर का वीडियो हुआ था वायरल
11 नवंबर को कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर पहुंचे थे। स्टेशन पर उनके स्वागत के लिए प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी पहुंचे। सिंधिया जैसे उनके सामने आए प्रद्युम्न दंडवत हो गए। यह सब देख खुद सिंधिया हैरान हो गए। उन्होंने तुरंत उन्हें उठने को कहा। सिंधिया ने कहा- यह सब एकदम गलत है। मुझे इससे खुशी नहीं, बल्कि दुख हुआ है।
12 नवंबर को गुरुद्वारे में देवास नगर निगम आयुक्त संजना जैन ने मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के पैर छू लिए थे। बाद में मंत्री ने कहा था कि सार्वजनिक सत्कार की ऐसी परंपराएं तोड़ना ही पड़ेंगी। कोई मेरे पैर छुए, यह मुझे अच्छा नहीं लगता। संजना जैन ने कहा कि मैं छुट्टी के दिन सिर ढंककर बड़ों का सम्मान कर रही हूं तो इसमें किसी को क्या परेशानी है।