रायसेन। उमरावगंज के खुखरिया गांव में एक नाबालिग लड़की का अपहरण 4 मई 2019 को हो गया था। लड़की के पिता ने थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया था। जब पुलिस ने प्रयास कर विदिशा के हरीपुरा निवासी आरोपी संतोष नामदेव (25) काे गिरफ्तार कर लिया। अपहरण के बाद आरोपी ने पीड़िता के पिता को फोन पर बताया कि आरोपी और पीड़िता पिछले जन्म में इच्छाधारी नाग-नागिन रहे हैं। इसलिए भगवान ने सपने मेें कहा कि दोनों की शादी जरूरी है।
इसी तरह आरोपी संतोष नामदेव तीन नाबालिग लड़कियों के अपहरण कर उनके साथ दुष्कर्म कर चुका है। उसके खिलाफ कोतवाली थाना विदिशा, कोतवाली थाना रायसेन और उमरावगंज थाने में अपहरण, दुष्कर्म और पाॅक्सो एक्ट के अलग-अलग तीन मामले दर्ज किए गए हैं। उमरावगंज थाना प्रभारी शहनवाज खान के मुताबिक आरोपी संतोष ने नाबालिग किशोरी के मामा की पत्नी को बहन बनाया हुआ था। इससे लखन के साथ संतोष नामदेव का पीड़िता के घर आना जाता होता था।
आरोपी संतोष खुद को भगवान भोलेनाथ भक्त बताता था। उसने अपने गले और हाथ पर नाग का टेटू भी बनवाया हुआ था। आरोपी संतोष नामदेव एक दिन अकेला ही उमरावगंज थाने के खुखरिया गांव पहुंचा। जान-पहचान का फायदा उठाकर नाबालिग लड़की के पिता से बोला की किशोरी (नाबालिग लड़की) को लेकर वह उसके मामा के यहां जा रहा है। एक टेकरी और होशंगाबाद पूजा करने के बाद वापस आ जाएगा। उसके बाद संतोष पीड़िता को अपने साथ लेकर चला गया।
किशोरी के पिता ने जब मामा काे फोन लगाकर पूछा तो पता चला कि वहां संतोष नामदेव पहुंचा ही नहीं है। इसके बाद पीड़िता के पिता ने आरोपी संताेष नामदेव काे फोन लगाया तो वह बोला की आरोपी और नाबालिग किशोरी पहले इच्छाधारी नाग और नागिन थे। इसलिए भगवान ने उसे सपने में कहा कि दोनों की शादी जरूरी है। यह कहते हुए संतोष ने अपना फोन बंद कर लिया। इसके बाद पीड़िता के पिता ने उमरावगंज थाने में बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को पता चला की आरोपी हरिपुरा विदिशा में रह रहा है। उसके बाद पुलिस ने 19 नवंबर को वहां पहुंचकर आरोपी संतोष को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता को उसके पिता के पास भिजवा दिया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि संतोष नामदेव ने उसे बासौदा, विदिशा की राजपूत कॉलोनी सहित कई जगह रखा और वहां दुष्कर्म करता रहा।