नई दिल्ली। दिल्ली में संसद मार्ग पर अकेले शांतिपूर्ण तरीके से हैदराबाद गैंगरेप से आहत होकर लड़कियों की सुरक्षा की मांग कर रही छात्रा अनु दुबे को दिल्ली पुलिस ने ना केवल हिरासत में लिया बल्कि 4 घंटे तक प्रताड़ित भी किया। हिरासत से छूट कराई अनु दुबे ने बताया कि 3 महिला कांस्टेबल उसके ऊपर चढ़ गई। उसे नाखून चुभाए गए। मारपीट की गई और लिखित में लिया कि आज के बाद वह कभी विरोध प्रदर्शन नहीं करेगी। छात्रा का सवाल है कि इस देश में रेप कहीं भी किया जा सकता है लेकिन उसका विरोध प्रदर्शन नहीं किया जा सकता। ऐसा क्यों। अब दिल्ली महिला आयोग सहित कई सारे संगठन अनु दुबे के समर्थन में दिल्ली पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की तीन लेडी कॉन्सटेबल मेरे ऊपर चढ़ीं: अनु दुबे
अनु दुबे ने कहा, ‘’आप मेरा बोर्ड ला दो।’’ अनु दुबे ने बताया, ‘’तीन लेडी कॉन्सटेबल मेरे ऊपर चढ़ी थीं। वो कुछ जानकारी पूछ रहे थे, मैंने कहा मैं बाहर जाकर ही बोलूंगी। मैं मना कर रही थी। इस बात पर उन्होंने मेरे साथ जबरदस्ती की। मुझे नाखून चुभाए और बुरी तरह मारा। उन्होंने मुझसे बैठने के लिए कहा, लेकिन मैं नहीं बैठी।’’
मैंने विरोध प्रदर्शन इसलिए किया ताकि कल कोई मुझे जलाकर मार ना दे: अनु दुबे
अनु मलिक ने आगे रोते हुए कहा, ‘’जो आप मुझसे पूछ रहे हैं, वह मेरे बारे में नहीं है। मैं ये इसलिए कर रही हूं ताकि कल मैं जलकर न मरूं। वो लड़की मर गई, सब लड़की मर गई। हर बीस मिनट में किसी लड़की का रेप होता है। मैं मरना नहीं चाहती। मैं और रेप के मामले नहीं देख सकती। मैं पूरी रात सोई नहीं हूं और ये सिर्फ एक रात की बात नहीं है।’’
मैं भी जलूंगी, लेकिन मैं लडूंगी: अनु दुबे
बता दें कि इससे पहले आज सुबह अनु दुबे ससंद भवन के पास सड़क पर बैठकर अपना विरोध जता रही थी। अनु दुबे से जब एबीपी न्यूज़ ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कल मैं भी जलूंगी, लेकिन मैं लडूंगी। मैं उम्मीद नहीं कर रही की कोई और भी मेरे साथ यहां धरने पर बैठेगा। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने अनु को वहां से हटा दिया। पुलिस ने लड़की से कहा कि जंतर-मंतर जाकर प्रदर्शन करो।