भोपाल। भारतीय सेना के बालकोट कैंप पर आतंकवादी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के साथ संभावित युद्ध से पहले भारत द्वारा ' आपातकालीन खरीद' के तहत इजरायल से खरीदी गई स्पाइक गाइडेड एंटी टैंक मिसाइल का मध्य प्रदेश के शहर इंदौर के नजदीक महू में सफल परीक्षण किया गया।
स्पाइक मिसाइलों को LOC पर तैनात किया गया है
भारतीय सेना ने इजराइल में बनी टैंक रोधी मिसाइल (एटीजीएमएस) ‘स्पाइक’ को जम्मू-कश्मीर में उत्तरी कमान के युद्ध क्षेत्र में नियंत्रण रेखा पर तैनात किया है। इससे पाकिस्तान के साथ लगी देश की सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। स्पाइक एटीजीएमएस मिसाइलों को “दागो और भूल जाओ” मिसाइल के नाम से भी जाना जाता है। ये पूरी तरह पोर्टेबल हैं और शक्तिशाली इतनी हैं कि टैंक को नष्ट कर सकती हैं और चार किलोमीटर के दायरे में बंकर को तबाह कर सकती हैं।
भारत में इजरायल से 210 स्पाइक मिसाइलें और 12 लांचर खरीदे थे
सेना के सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि इन टैंक रोधी गाइडेड मिसाइलों और इसके लांचर को उत्तरी युद्ध क्षेत्र में नियंत्रण रेखा के साथ 16-17 अक्टूबर से शामिल किया गया और इस समय इनका इस्तेमाल किया जा रहा है। इजराइल ने सेना को 'आपातकालीन खरीद' तंत्र के तहत 280 करोड़ रुपये के सौदे में कुल 210 मिसाइलों और 12 लॉन्चरों की आपूर्ति की थी।
पाकिस्तानी टैंक और बंकरों को तबाह करने खरीदी गई स्पाइक मिसाइल
यह बहुप्रतीक्षित सौदा भारतीय वायुसेना के बालाकोट में आतंकी शिविरों पर हवाई हमलों के बाद पाकिस्तानी सेना द्वारा सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने के बाद हुआ था। “दागो और भूल जाओ” एटीजीएमएस की मारक क्षमता चार किलोमीटर तक है और इनका इस्तेमाल नियंत्रण रेखा के करीब बंकरों, शेल्टरों, घुसपैठ के अड्डों और आतंकवादी प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट करने के लिए किया जा सकता है।