नई दिल्ली। महाराष्ट्र की जनता ने स्पष्ट जनादेश नहीं दिया, महाराष्ट्र में पिछले 12 दिनों से चल रहा ड्रामा अंततः एक ऐसे मोड़ पर खड़ा हुआ जिसकी कल्पना नहीं की थी। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन की संभावना प्रबल हो गई है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया।
इस्तीफे के बाद देवेंद्र फडणवीस का बयान
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि पिछले कार्यकाल में उन्होंने जनता की सेवा के लिए क्या कुछ किया। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि उन्होंने कई बार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बात करने की कोशिश की परंतु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। फडणवीस ने यह भी कहा कि उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह व नितिन गडकरी से भी बात की दोनों ने उन्हें बताया कि शिवसेना के साथ ढाई साल मुख्यमंत्री वाली कोई बात नहीं हुई थी।
शिवसेना ना सरकार बना रही, ना बनने दे रही
महाराष्ट्र में शिवसेना अब राष्ट्रपति शासन का कारण बनती नजर आ रही है। शिवसेना की ओर से संजय राउत ने एक बार फिर कहा कि वह चाहे तो अभी भी सरकार बना सकते हैं। संजय राउत ने शरद पवार से बातचीत भी की थी लेकिन उसका यह सारा उपक्रम केवल भाजपा को दबाव में लेने तक है। वह ना तो एनसीपी व कांग्रेस के साथ जाकर सरकार बना रही है और ना ही भाजपा को सरकार बनाने दे रही है।